Home देश अनंत सिंह के इस अडिग फैसले से जदयू की बढ़ी मुश्किलें

अनंत सिंह के इस अडिग फैसले से जदयू की बढ़ी मुश्किलें

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। कभी सीएम नीतीश कुमार और मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के काफी करीबी और विश्वसनीय रहे मोकामा के निर्दलीय और बाहुबली माने जाने वाले विधायक अनंत सिंह ने फिर दुहराया है कि मुंगेर से लोकसभा चुनाव लड़ने का उनका फैसला अंतिम और अडिग है।

anant singh jdu lalan singh nitish kumar 3मंगलवार को शाम दिल्ली से पटना लौटने के बाद अनंत सिंह ने कहा कि वह चाहे निर्दलीय ही क्यों न हो चुनाव जरुर लड़ेंगे। हालांकि दिल्ली में उनकी मुलाकात यूपीए या कांग्रेस के किन-किन नेताओं से हुई, इसपर उन्होंने कुछ नहीं बताया।

लेकिन ‘खबर मंथन’ को  मिली जानकारी के अनुसार अनंत सिंह की काफी देर तक कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य व कद्दावर नेता अखिलेश प्रसाद सिंह सहित कई कांग्रेसी नेताओं से हुई है।

अखिलेश सिंह से मिलने के लिए अनंत सिंह मंगलवार को सुबह दिल्ली स्थित उनके आवास पर पहुंचे जहां अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश सिंह ने जो अनंत सिंह का प्रशंसक  भी है, ने अनंत सिंह की आगवानी की और काफी देर तक उनसे बातचीत की।

सूत्रों के अनुसार अगर अनंत सिंह निर्दलीय भी चुनाव लड़ते हैं तो एनडीए को रोकने के लिए महागठबंधन उन्हें अपना समर्थन देते हुए अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगा।

हालांकि अधिक संभावना है कि अनंत सिंह महागठबंधन की ओर से मुंगेर से कांग्रेस के ही प्रत्याशी होंगे।

इधर अनंत सिंह द्वारा मुंगेर लोकसभा से चुनाव लड़ने की अटल घोषणा के बाद एनडीए और खासकर जदयू खेमें में बेचैनी है। वर्ष 2009 में मुंगेर से सांसद रहे राज्य सरकार के मंत्री ललन सिंह जो जदयू के भावी प्रत्याशी भी हैं, काफी बेचैन हैं।

ललन सिंह ने अभी से ही मुंगेर में जनसंपर्क अभियान शुरु कर दिया है, जबकि अनंत सिंह के खरमास खत्म होने के बाद मुंगेर के सभी विधानसभा क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान शुरु करने की संभावना है।

error: Content is protected !!
Exit mobile version