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    Sunday, December 8, 2024
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      मुकेश रचित ‘अनिरुद्ध प्रसाद विमल का काव्य वैभव’ बाल हाथों से लोकार्पित

      गया (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़)। स्थानीय कोयली पोखर स्थित ‘सिन्हा शशि भवन’ में युवा साहित्यकार मुकेश कुमार सिन्हा की चौथी पुस्तक का लोकार्पण बाल हाथों से किया गया।

      हिन्दी-अंगिका के वरिष्ठ साहित्यकार अनिरुद्ध प्रसाद विमल की काव्य साधना पर रचित पुस्तक  ‘अनिरुद्ध प्रसाद विमल का काव्य वैभव’ का लोकार्पण सिमरन सिन्हा, यश सिन्हा, कुश वर्मा एवं आन्या के हाथों किया गया।

      युवा साहित्यकार मुकेश कुमार सिन्हा ने बताया है कि मोबाइल में जीने वाली वर्तमान पीढ़ी साहित्य से बिल्कुल दूर हो गयी है। बच्चों में साहित्यिक रुचि कायम रहे, इसलिए श्वेतवर्णा प्रकाशन, नयी दिल्ली से प्रकाशित इस पुस्तक का लोकार्पण बाल हाथों से कराया गया है।

      पुस्तक में विमल रचित ‘मेरी प्रिय कविताएँ’, ‘चीं-चीं, चूँ-चूँ चटर-पटर’, ‘विमल सतसई’, ‘साँवरी’, ‘कृष्ण’, ‘वक्त से ही सामना है’, ‘मुट्ठी में आकाश’ एवं ‘साँवरी तू याद आये’ की विस्तृत चर्चा है।

      लोकार्पण के अवसर पर जुगेश कुमार सिन्हा, राकेश कुमार, पुनीता सिन्हा, प्रिया कुमारी, जूही आदि उपस्थित थीं।

      बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा साहित्य सम्मेलन शताब्दी सम्मान से सम्मानित मुकेश कुमार सिन्हा की यह चौथी पुस्तक है। पूर्व में ‘तेरा मजहब क्या है चाँद’ (काव्य संग्रह), ‘किताबें क्या कहती हैं’ एवं ‘बातें किताबों की’ (समीक्षात्मक पुस्तक) प्रकाशित है।

       

       

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