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सीएम नीतीश कुमार ने दी गुरु नानक देव के संदेश को जीवन में उतारने पर बल

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गुरु नानक देव संसार को ही अपना घर मानते थे। हम लोगों को भी उनके आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए। तनाव मुक्त रहकर काम करते रहना चाहिए। अहंकार का परित्याग करना चाहिए। नर नारी को समान रूप से सम्मान देना चाहिए………”

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। उक्त बातें तीन दिवसीय गुरु नानक देव 550 वें प्रकाश पर्व के आखिरी दिन राजगीर गुरुद्वारा पहुंचे  बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कही और वहां माथा टेक कर राज्य में अमन चैन की प्रार्थना की।

CM NITISH IN RAJGIR 2सीएम ने आगे कहा कि राजगीर ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है। यहां हर काल का इतिहास मिलता है। यहां महात्मा बुद्ध के अलावे नानक देव साहब, मखदुम साहब, तीर्थंकर महावीर तो आए ही, हिंदुओं के मलमास मेला में 33 कोटि देवी- देवता आकर एक महीने का प्रवास करते हैं।

श्री कुमार ने गुरु नानक देव के प्रेम, एकता, समानता, भाईचारा, धार्मिक सद्भाव के संदेश को स्वग्रहण की प्रेरणा लेने की अपील करते हुए बताया कि उन्होंने चारो दिशाओं भ्रमण की थी। पूर्वी दिशा की यात्रा के दौरान पटना, गया, राजगीर, रजौली ,भागलपुर आदि स्थलों पर आए थे।

उन्होंने पथ भ्रष्ट लोगों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग बिना मेहनत के धन कमा रहे हैं। दूसरे का हक छीन रहे हैं। सरकारी जमीन जायदाद को कब्जा करवा रहे हैं। वैसे लोग मरने के बाद अपने साथ में धन और जमीन जायदाद नहीं ले जाएंगे।

सीएम ने बताया कि यह गुरुद्वारा का हाल पहले बदहाल था। इसे जीर्णोद्धार कर आकर्षक स्वरुप दिया गया है। यहां नया भव्य गुरुद्वारा का निर्माण कराया जा रहा है। यह निर्माण कार्य जल्द पुरा कर लिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि गुरु नानक देव जब पटना आए तो उस समय उनकी मौजूदगी में संत चैतामल जी जीवन से मुक्ति चाहते थे। लेकिन संभव नहीं हो सका। वे प्रतिदिन गंगा स्नान कर पूजा करते थे।

जब वे शरीर से लाचार हो गए, तब गंगा गाय का रुप धारण कर उन्हें स्नान कराने खुद आती थी। इसी लिए पटना के उस स्थान का नाम गाय घाट पड़ा ।

उन्होंने आगे बताया कि वे जब स्थावर हो गए, तब सिख धर्म को नौवें गुरु तेगबहादुर सिंह आए। वे घोड़े पर सवार होकर खिड़की के रास्ते कमरा में प्रवेश किए थे। उनकी मौजूदगी में उन्हें इस नश्वर शरीर से मुक्ति मिली थी।

सीएम ने राजगीर के गर्म जल कुंड की चर्चा करते हुए कहा कि जिस स्थान पर गुरुनानक देव के चरण पड़े, वहीं शीतल कुंड है। राजगीर में हर साल प्रकाश पर्व का आयोजन हो। सरकार हर संभव सहयोग करेगी।

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