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राष्ट्रपति वीरता पदक प्राप्त डीएसपी ज्योति प्रकाश से सीख लेने की जरुरतः डीआइजी

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डीएसपी ज्योति प्रकाश वर्ष 2000 में झारखंड के हजारीबाग जिले के चौपारण थाना में थानाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। जिस समय जंगल में नक्सलियों से मुड़भेड़ हो गई। जिसमें नक्सली के एरिया कमांडर राजकुमार भुइयां को मार गिराया था। जिसको लेकर 19 वर्ष के उपरांत उक्त पदक प्राप्त हुआ है………………”

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। मोतिहारी जिले के अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक ज्योति प्रकाश को 19 वर्ष पूर्व की वीरता को लेकर राष्ट्रपति वीरता पदक से नवाजे जाने की खुशी में एक समारोह का आयोजन कर जनप्रतिनिधियों व गणमान्य लोगों ने सम्मानित किया।dsp jyoti prakash 1

समारोह को संबोधित करते हुए चंपारण प्रक्षेत्र के डीआइजी लालमोहन प्रसाद ने कहा कि ऐसे साहसी व वीर पुलिस पदाधिकारी से अन्य पुलिस पदाधिकारियों को सीख लेने की जरूरत है।

एएसपी शैशव यादव ने डीएसपी श्री प्रकाश को बधाई देते हुए कहा कि वीरता किसी की जागीर नहीं होती है। इसको पाने के लिए अपनी साहस व इच्छाशक्ति को पूरी निष्ठा के साथ निभाना पड़ता है।

विधायक राजू तिवारी ने इनसे अन्य पदाधिकारियों को सीख लेने की सलाह दी। समारोह को पूर्व जिप सदस्य कृष्णकांत मिश्रा, मदन मोहन नाथ तिवारी, वरीय नेता जयप्रकाश पांडेय ने संबोधित किया।

राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित डीएसपी श्री प्रकाश ने बताया कि वर्ष 2000 में झारखंड के हजारीबाग जिले के चौपारण थाना में थानाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। जिस समय जंगल में नक्सलियों से मुड़भेड़ हो गई। जिसमें नक्सली के एरिया कमांडर राजकुमार भुइयां को मार गिराया था। जिसको लेकर 19 वर्ष के उपरांत उक्त पदक प्राप्त हुआ है।

मंच का संचालन अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार मिश्र ने किया। मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार दुबे उर्फ मंटू दुबे, भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष सुनील मणि तिवारी, अनिल कुमार सिंह, अरुण कुमार सिंह, ई शशि भूषण राय उर्फ गप्पू राय, पीजीआरओ अमित कुमार, बीडीओ मनोरंजन कुमार पांडेय, बलवंत पांडेय, सुनील कुमार, सीओ वकील सिंह, पुलिस निरीक्षक सीताराम सिंह, ओपी प्रभारी सुनील कुमार सिंह, गोविन्दगंज थानाध्यक्ष सरफराज अहमद, संग्रामपुर थानाध्यक्ष समेत अन्य लोग मौजूद थे।

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