Home बिहार छात्रों को रिटोटलिंग नहीं पुर्नमूल्याकन चाहिए : उपेन्द्र कुशवाहा

छात्रों को रिटोटलिंग नहीं पुर्नमूल्याकन चाहिए : उपेन्द्र कुशवाहा

नालंदा (राम बिलास) । केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था विकलांग हो गई है । शिक्षा के क्षेत्र में पूरे देश में इसकी थू-थू हो रही है ।

इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम प्रकाशित होने के बाद बिहार की शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। बिना पढाई के परीक्षा लेने वाली सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। वह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद करे। छात्रों को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई संभव नहीं है ।

उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि हर साल टॉपर बदले जा रहे हैं। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहे हैं। फिर भी मुख्यमंत्री चुप हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार की वर्तमान शैक्षणिक व्यवस्था से देश में शर्मसार हो रहा है। यह बहुत ही दुखद है। सरकार छात्रों से रीटोटलिंग के नाम पर रुपए वसूल रहे केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि छात्रों को रिटोटलिंग नहीं चाहिए। यह उनके साथ धोखाधड़ी है । रिटोटलिग की जगह उनके उत्तर पुस्तिकाओ का पुनर्मूल्यांकन होना चाहिए ।

उन्होंने छात्रों से रीटोटलिंग के नाम पर शुल्क वसूले जाने का भी विरोध किया। उन्होंने कहा गड़बड़ी सरकार से हुई है। छात्रों से रुपए वसूलने का क्या औचित्य है।

उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षक और मीडिल स्कूल के शिक्षक कापी का मूल्यांकन करेंगे तो ऐसे ही परिणाम आते रहेंगे ।

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