“दूर का ढोल सुहावन लगे। ठीक इसी को चरितार्थ करता सुशासन बाबू यानि बिहार के सीएम नीतिश कुमार के गृह जिले के चण्डी प्रखंड के शेखपुरा स्थित रूरल टीचर ट्रेंनिग कॉलेज का है। बाहर से तो कुछ और। अन्दर की हकीकत कुछ और”
कॉलेज के सचिव अरुण कुमार पर आरोप लगाते हुए जितेंद्र कुमार, शशि कुमार, अनिशा राज, निकिता कुमारी, सुरुचि, अनामिका, चन्दन, विवेक समेत दो दर्जनों छात्र-छात्राओं ने बताया कि वे इस कॉलेज में नामांकन करा कर फंस गए हैं। अब समझ में नही आ रहा कि वे करें क्या?
उन्होंने यह भी बताया कि कॉलेज में मिलने वाली छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन करने गए थे, लेकिन कॉलेज का नाम नेट पर शो ही नही करता है। इसकी जानकारी देने पर कॉलेज के सचिव केवल आश्वासन की घूंटी पिला रहे हैं।
मजे की बात यह है कि इस कॉलेज भवन में एक पी के रूरल स्कूल भी संचालित किया जाता है, जिसमें भी बीएड के छात्र छात्राओं को पढ़ाई करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
बताते चलें कि इस कॉलेज में सत्तर विद्यार्थियों का नामांकन है, लेकिन पढ़ाई मात्र दो ही विषय की होती है।
कॉलेज के सचिव अरुण कुमार से सम्पर्क करने का हरसंभव प्रयास किया गया, लेकिन वे अपना मोबाईल कभी रिसिव नहीं कर पाये।