“संविधान के अनुच्छेद 164 के अनुसार अगले 6 महीने तक अपने पद पर बने रह सकते हैं। इस अवधि में अगर सदस्य नहीं चुने जाते तो मंत्री पद का से इस्तीफा देना होगा…
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। बिहार विधान परिषद के 17 सदस्यों का कार्यकाल आज समाप्त हो जाएगा। इसमें कई दिग्गज नेता भी हैं।
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार, भवन निर्माण मंत्री डॉ अशोक चौधरी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा और परिषद के कार्यकारी सभापति हारून रशीद भी इनमें से प्रमुख हैं।
लॉकडाउन की पाबंदी यों की वजह से निर्वाचन आयोग ने बिहार विधान परिषद का चुनाव करवाने से इनकार कर दिया है यही वजह है कि इनका कार्यकाल समाप्त हो गया।
बिहार विधान परिषद के सदस्यों का कार्यकाल बुधवार से समाप्त हो रहा है, वह है- सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, परिषद के कार्यकारी सभापति हारून रशीद, बीजेपी नेता देवेश चंद्र, जदयू नेता दिलीप कुमार चौधरी, एनके यादव, बीजेपी नेता नवल किशोर यादव, संजय कुमार सिंह, केदारनाथ पांडे, पीके शाही, सतीश कुमार, सोनेलाल मेहता, हीरा प्रसाद, कृष्ण कुमार सिंह, संजय मयूख, राधा मोहन शर्मा।
जिन नेताओं का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, इनमें से 8 शिक्षक एवं स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुने जाते हैं। बाकी 9 सदस्य विधायकों के वोट से 6 साल पहले चुने गए थे।
गौरतलब है कि लॉक डाउन की पाबंदीओं के चलते निर्वाचन आयोग ने 3 अप्रैल को ही इन सीटों के लिए मतदान कराने से इनकार कर दिया था। अब 23 मई को ही मनोनीत 12 सीटें भी खाली हो रही हैं। इस तरह से 75 सदस्य विधान परिषद की 29 सीटें इस महीने ही खाली हो जाएंगे।
सूचना एवं जनसंपर्क जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार और भवन निर्माण मंत्री डॉ अशोक चौधरी कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी मंत्रिमंडल के सदस्य बने रहेंगे।