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    Tuesday, April 23, 2024
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      लॉकडाउन में भी बालू माफियाओं की यूं कट रही चांदी

      पूरा देश कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। झारखंड भी इससे अछूता नहीं। वहीं कोरोना को लेकर एक ओर जहां पिछले 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद अब लॉकडाउन पार्ट टू शुरू हो चुका है। पूरे देश की गाड़ियों, मोटरों, रेलों और हवाई जहाजों के पहिए थम गए हैं, लेकिन झारखंड के सरायकेला में बालू माफियाओं के ट्रैक्टरों के पहिए नहीं थमे हैं

      सरायकेला (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। यह तस्वीर सरायकेला और चाईबासा के बीच पड़नेवाला कुजू नदी का है। जिसके एक ओर चाईबासा थाना तो दूसरी ओर खरसावां थाना पड़ता है।1 8

      यहां लॉकडाउन के दौरान खुलेआम प्रशासन की नाक के नीचे से धड़ल्ले से बालू उठाव हो रहा है, जबकि पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू है। तो क्या इन बालू माफियाओं को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। क्या इस वैश्विक महामारी में भी बालू माफियाओं की चांदी कट रही है।

      सवाल बहुत बड़ा है, कि आखिर किसके सह पर ये बालू माफिया इतना बड़ा अपराध कर रहे हैं। जबकि राज्य की सभी सीमाएं सील हैं। सभी सड़कों पर जगह- जगह चेकनाके बने है, जहां पुलिस कर्मी तैनात हैं।

      सूत्र बताते हैं, कि यह हर दिन का खेल है। जहां से सैकड़ों ट्रैक्टर बालू का हर दिन उठाव हो रहा है। यह सरायकेला और चाईबासा पुलिस-प्रशासन को निश्चित तौर पर सवालों के घेरे में खड़ी करती है।

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