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    Tuesday, April 23, 2024
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      आईपीएस के थोक ‘लॉउकडाउन तबादला’ पर गरमाई सियासत

      रांची डेस्क (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। राज्य के 35 आईपीएस अधिकारियों के तबादले पर विरोध शुरू हो गया है। जहां जमशेदपुर में भाजपा और सरयू राय के समर्थकों ने सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।

      जहां एक तरफ सरयू राय के समर्थकों ने कोरोना संकट के बीच आईपीएस अधिकारियों के राज्यव्यापी तबादले को गैर जिम्मेदाराना ठहराते हुए आशंका व्यक्त किया है कि सरकार इन अधिकारियों के प्रति संवेदनशील नहीं है।

      उन्होंने कहा कि इसकी गारंटी कौन लेगा कि जब ये अधिकारी एक जिले से दूसरे में परिवार सहित जब जाएंगे तो इन्हें संक्रमण नहीं होगा।

      jharkhand police 1उन्होंने कहा कि जब जनप्रतिनिधि होने के नाते जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय को रांची से जमशेदपुर आने की अनुमति नहीं मिली, तो राज्य के आईपीएस अधिकारियों को कैसे एक जिले से दूसरे जिले में भेजा जाएगा।

      वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने भी राज्यव्यापी आईपीएस तबादले पर सवाल  उठाते हुए कहा है  कि भाजपा  विधायक अनंत ओझा को अपनी मां के इलाज के लिए अनुमति नहीं दिया गया। वहीं इतने बड़े तबादले के पीछे उन्होंने बड़ी साजिश करार दिया है

      उन्होंने बताया कि राज्य के सभी अधिकारी जब अपने परिवार के साथ एक जिले से दूसरे जिले में ट्रैवल करेंगे तो उनके संक्रमण के खतरे की जिम्मेवारी कौन लेगा। उन्होंने सरकार के सहयोगी दलों पर भी निशाना साधा है।

      फिलहाल राज्यव्यापी आईपीएस के तबादले पर राजनीति शुरू हो गई है। बता दें कि वैश्विक संकट के बीच कल देर रात झारखंड सरकार ने राज्य के 35 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है।

      इसमें जमशेदपुर के एसएसपी, ग्रामीण और रेल एसपी के अलावा पड़ोसी जिला सरायकेला के एसपी का भी तबादला दूसरे जिलों में किया गया है।

      ?कहते हैं सरयू राय के विधायक प्रतिनिधि आषुतोष राय…?

      ?कहते हैं जमशेदपुर महानगर के भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार..?

      ?कहते हैं सरयू राय समर्थक आरके दुबे…?

       

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