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    Thursday, April 25, 2024
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      जेल में ही कोरोना से लड़ेंगे लालू, नियमों के पेच में उलझी हेमंत सरकार

      कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण लालू बेहद डरे हुए हैं। वे अपने वार्ड के समीप कोरोना वार्ड होने के कारण अतिरिक्‍त एहतियात बरत रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की 70 साल से ऊपर के कैदियों को रिहा किए जाने के गाइडलाइन के बाद पैराल पर यहां से बाहर निकलना चाहते हैं…”

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। देशभर में कोरोना वायरस महामारी के संकट के बीच रांची के रिम्‍स में इलाजरत चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जेल में ही रहेंगे। उन्‍हें आजादी दिलाने की कोशिशें सिरे नहीं चढ़ पाईं।

      सोमवार को झारखंड कैबिनेट की बैठक में इस मसले पर गहन चर्चा और महाधिवक्‍ता के परामर्श के बाद फिलहाल सरकार ने अपना फैसला टाल दिया है। नियमों के पेच में फंसी सरकार अभी लालू प्रसाद यादव को पैरोल पर छोड़े जाने के मसले पर निर्णय नहीं ले सकी। महाधिवक्ता के परामर्श के बाद सरकार के पास अब कोई ऑप्शन नहीं बचा है।

      इससे पहले झारखंड कैबिनेट ने लालू को पैरोल पर रिहा करने को लेकर बड़ी देर तक चर्चा की। लालू को बेल पर रिहा करने के मामले में विचार लेने के लिए कैबिनेट की बैठक में महाधिवक्ता को भी बुलाया गया, जिन्‍होंने सरकार को इस मामले में कानून की जानकारी दी।

       कैबिनेट में लालू के मसले पर डिसिजन से ज्यादा डिस्कशन चला। कैबिनेट की बैठक में कोरोना संकट से उबरने के लिए करीब 2 घंटे तक मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने ताजा हालातों पर गंभीर चर्चा की है।

      इससे पहले रिम्‍स में लालू के पेइंग वार्ड के समीप आइसोलेशन वार्ड बनाए जाने के चलते खतरे को भांपते हुए उनकी 70 साल की उम्र और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कांग्रेस और राजद के नेता लगातार लालू के पक्ष में बयान देकर उन्हें रिहा करने की मांग कर रहे थे।

      झारखंड सरकार के मंत्री बादल और विधायक इरफान अंसारी भी लालू के पक्ष में खुलकर पैरवी करते दिखे। राजधानी रांची में कैबिनेट की बैठक में लालू को पैरोल पर रिहा करने के मामले में अंतत: निर्णय नहीं हो सका।

      बता दें कि वर्तमान में लालू प्रसाद यादव रांची के रिम्‍स में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे हैं। वे चारा घोटाले के मामले में रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल, होटवार में अपनी सजा काट रहे हैं।

       लालू दस दिनों से अपने कमरे से बाहर नहीं निकले हैं। उनका घूमना, टहलना पूरी तरह बंद हो गया है। हालांकि उनकी तबीयत स्थिर बताई जा रही है। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से बचने के लिए डॉक्‍टरों ने उन्‍हें पेइंग वार्ड से बाहर निकलने से मना कर रखा है।

      ऐसे में चिकित्‍सक की सलाह पर लालू प्रसाद मास्‍क और सैनिटाइजर का प्रयोग भी कर रहे हैं। लालू की देखरेख कर रहे डॉक्‍टर उमेश प्रसाद ने बताया कि लालू की उम्र अधिक है, लिहाजा कोरोना संकट को देखते हुए लालू की सेहत पर नजदीकी नजर रखी जा रही है। उनपर विशेष ध्‍यान दिया जा रहा है।

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