“यह झारखंड प्रदेश का पहला एक्सप्रेस-वे होगा। भारतमाला परियोजना के तहत पिछड़े इलाकों, धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए जा रहे हैं। यह परियोजना गुजरात और राजस्थान से शुरू होकर पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार की सीमाओं को कवर करेगी…
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क डेस्क। झारखंड की राजधानी रांची के ओरमांझी से बोकारो के जैनामोड़ तक बननेवाले एक्सप्रेस-वे को लेकर भू-अधिग्रहण की तैयारी तेज हो गई है।
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बननेवाली इस सड़क की लंबाई लगभग 81.49 किमी होगी, जो बोकारो जैनामोड़ व धनबाद को जोड़ेगी। इस प्रोजेक्ट के लिए ओरमांझी और अनगड़ा के 15 गांवों की जमीन आठ लेन सड़क के लिए ली जा रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम के तहत इसकी अधिसूचना 27 मई को ही जारी हो चुकी है, जिसमें कितनी जमीन ली जा रही है, इसका उल्लेख कर दिया गया है।
अधिसूचना के 21 दिन में अधिघोषणा की जानी है। इसके तहत अब जिला भू-अर्जन कार्यालय की ओर से एक-दो दिन में रैयत के नाम की अधिघोषणा करने की तैयारी चल रही है।
ओरमांझी से गोला, पेटरवार होकर जैनामोड़ होते जा रही सड़क पर भीड़भाड़ के कारण ट्रैफिक पर ब्रेक लग जाता है। लेकिन, भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से लोगों का समय बचेगा। कम समय में दूरी तय की जा सकेगी।
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बननेवाली इस सड़क के लिए 224.7049 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। इसमें सरकारी के साथ रैयती जमीन भी शामिल है।
एनएचएआई धनबाद की ओर से रांची भू-अर्जन कार्यालय को जमीन के लिए अधियाचना भेजी गई है। इसके तहत योजना के सर्वेक्षण का काम चल रहा है।
ओरमांझी व अनगड़ा सीओ से खतियानी रैयतों की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ रजिस्टर टू में दर्ज मालिक के नाम की जानकारी मांगी गई थी, जो भू-अर्जन कार्यालय को मिल चुकी है। इसके बाद रैयत के नाम से अधिघोषणा जारी करने की तैयारी चल रही है।