“कहते हैं जब मुसीबत में फंसे लोगों के लिए सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं तो कुछ धरती के फरिश्ते उनकी मदद को आ जाते हैं। जब कोई मदद का कपाट बंद कर देते हैं तो कुछ दरवाजे खुल जाते हैं। लॉकडाउन में कुछ लोग बड़ी शिद्दत से अपने फर्ज का निर्वाह कर रहे हैं। वे इस कदर सेवा में जुटे हैं कि उन्हें अपनी सेहत का भी ख्याल नहीं है…”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। राजधानी पटना के खेमनीचक में जितेन्द्र कुमार एजुकेशनल ट्रस्ट भी जरूरतमंद लोगों की सेवा ‘नर सेवा नारायण सेवा’ मानकर लगे हुए है।
निदेशक मनमोहन यादव, अभिषेक कुमार उर्फ साजन,बालमती देवी,शोभा कुमारी आदि की सरपरस्ती में पिछले दस दिनों से लगभग दो हजार खाने के पैकेट बांट रहे हैं।
पटना के खेमनीचक के वार्ड 44, आदर्श कॉलनी और रोड नम्बर एक में जरूरतमंद लोगों के बीच खाने के पैकेट दिए जा रहे है।
इस नेक काम में लगे चंडी प्रखंड के अभिषेक कुमार उर्फ साजन खुद लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। लेकिन मुसीबत में फंसे लोगों को मदद करना उनकी इंसानियत दिखाती है।
उनका कहना है कि पिछले दस दिनों से जितेन्द्र कुमार एजुकेशनल ट्रस्ट प्रतिदिन दो हजार लोगों के लिए खाना बना रही है। रोज एक हजार जरूरतमंद लोगों के बीच जाकर खाना बांट रहें हैं।
खासकर उन इलाकों में जहाँ के लोगों की मेहनत-मजदूरी का कोई साधन नहीं है। कच्ची बस्ती, फुटपाथ पर रहने वाले लोगों को वे भोजन दे रहें है।
अभिषेक कुमार ने बताया कि उन्हें किसी प्रकार की सहायता कहीं से नहीं मिल रही है। वे स्वयं एक दूसरे के सहयोग से प्रतिदिन किसी परेशानी के दो हजार लोगों के भोजन का इंतजाम कर रहें है।
यह निःस्वार्थ सेवा है। समाज हित से जुड़ा हुआ है। ऐसे कठिन दौर में एक दूसरे के सहयोग के लिए हम सब को आगे आना होगा।
जितेन्द्र कुमार एजुकेशनल ट्रस्ट ने बजाप्ता सूचना जारी कर अपील की है जिन्हें भी भोजन की जरूरत है वो संपर्क कर सकते हैं।