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    Saturday, April 20, 2024
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      रांची हिंसा की सामने आई चौंकाने वाली जांच रिपोर्ट, डीसी-एसएसपी ने बताई सच्‍चाई

      “रांची हिंसा की प्रारंभिक रिपोर्ट राज्‍य सरकार को सौंप दी गई है। रांची के डीसी-एसएसपी ने रिपोर्ट में कहा है कि अचानक उग्र हुई दस हजार की भीड़ पर सख्ती नहीं बरतते तो पूरी रांची जल जाती। जुमे की नमाज के बाद उपद्रव के बाद पुलिस फायरिंग हुई…

      रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। रांची में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा, उपद्रव, पत्थरबाजी, बवाल और गोलीबारी की घटना मे दो लोगों की मौत के मामले में उपायुक्त छवि रंजन व एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है।

      रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि अचानक जुमे की नमाज के बाद दस हजार से अधिक संख्या में सड़क पर उतरी अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए की गई प्रशासनिक कार्रवाई में दो लोगों की जान चली गई।

      रिपोर्ट में यह बताया गया है कि प्रशासन को बिना सूचना दिए, बिना किसी अनुमति के एक विशेष समुदाय के लोगों ने भाजपा नेत्री नुपुर शर्मा के खिलाफ में विरोध रैली निकाली। प्रशासन को इतनी बड़ी भीड़ जुटने का अनुमान नहीं था।

      अचानक निकली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पुलिस पहुंची और एहतियाती कदम उठाए गए। सीमित संख्या में मौजूद पुलिस पदाधिकारी, कर्मियों ने भीड़ को रोकने की कोशिश की तो भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने ईंट-पत्थरों से हमला शुरू कर दिया। गोलियां भी चलानी शुरू कर दीं।

      प्रशासन ने हालात को नियंत्रित करने संबंधी सभी प्रोटोकाल का पालन किया। निरोधात्मक कार्रवाई की। इसके बाद उपद्रव को नियंत्रित करने में सफलता मिली। अगर प्रशासन सख्त नहीं होता, तो पूरी रांची उपद्रव की आग में झुलस जाती।

      पुलिस प्रशासन और उपद्रवियों के बीच हुई हिंसक झड़प में दोनों तरफ से दो दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए। घायलों का रिम्स और सदर अस्पताल में इलाज कराया गया। इस घटना में गंभीर रूप से घायल दो युवकों की मौत हो गई।

      एक पुलिस कर्मी को गोली लगी, जो इलाजरत है। 11 पुलिस कर्मी भी इलाजरत हैं। इस घटना के दौरान उपद्रवियों के हमले में विधि व्यवस्था का संधारण कर रहे डेली मार्केट के थाना प्रभारी अवधेश कुमार ठाकुर का सिर फट गया और एसएसपी का हेलमेट टूट गया। उनके सिर में चोट लगी।

      रांची के सिटी एसपी को भी चोटें आईं। कोतवाली के इंस्पेक्टर भी जख्मी हो गए। उपायुक्त पर भी हमला किया गया। बिहार के मंत्री की भी गाड़ी तोड़ दी गई। दो दर्जन छोटे-बड़े वाहनों के शीशे चकनाचूर कर दिए गए। मंदिर पर भी हमला किया गया।

      फिलहाल, रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य सरकार रिपोर्ट की समीक्षा कर रही है। राज्य सरकार को जो रिपोर्ट दी गई है उसके अनुसार 25 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई। 22 नामजद हैं, जबकि हजारों की संख्या में अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

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