“ राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी में पांच और बोकारो में पहली मौत के साथ 4 नए मामले सामने आए हैं...”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। झारखंड में बीती रात एक साथ 9 कोरोना पॉजिटिव केस मिलने से नीचे से ऊपर तक हड़कंप मच गया है। कोरोना वायरस के 9 पॉजिटिव मामले सामने आए। जिसमें से बोकारो के एक संक्रमित मरीज की मौत हो गई।
संक्रमित मरीज गोमिया का रहनेवाला था। बोकारो जनरल अस्पताल में रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद करीब डेढ़ बजे रात में उसकी मौत हो गई।
झारखंड में अब तक कुल 13 पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है। पॉजिटिव मामलों में 5 रांची के हिंदपीढ़ी और 4 बोकारो के रहने वाले हैं। सिविल सर्जन डॉ वीबी प्रसाद ने बताया कि सभी संदिग्धों की जांच रिपोर्ट बुधवार देर रात आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में पूर्व के 4 मामलों के अलावा 9 और मामले बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि हिंदपीढ़ी से सोमवार को भर्ती कराई गई 54 वर्षीय कोरोना पोजिटिव महिला के संपर्क में आने से 5 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं चार अन्य लोग बोकारो के पॉजिटिव महिला के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं।
बताते चलें कि सोमवार को जिला प्रशासन की टीम द्वारा हिन्दपीढ़ी की पॉजिटिव महिला को जिस एंबुलेंस में रिम्स भेजा गया था, उसी एंबुलेंस में उसके परिवार के अन्य सदस्य भी रिम्स पहुंचे थे। ऐसे में यह जिला प्रशासन की लापरवाही को भी दर्शाता है।
राज्य में बुधवार सुबह तक चार पॉजिटिव मामले थे। जिसमें दो रांची के हिंदपीढ़ी इलाके, एक बोकारो व एक हजारीबाग के थे। एक ही दिन में अचानक से संख्या बढ़कर 13 हो गई है। अचानक से 9 नए मामले आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
पूरे राज्य भर के लिए खतरे की संकेत हैं। अगर अब भी लॉक डाउन का सही तरीके से पालन नहीं किया गया तो मामले और तेजी से बढ़ सकते हैं।
कब कहां मिले मरीज…
31 मार्च : रांची के हिंदपीढ़ी मस्जिद से पकड़ी गई मलेशिया मूल की तब्लीगी महिला कोरोना संक्रमित।
02 अप्रैल : हजारीबाग के विष्णुगढ़ के एक व्यक्ति में मिला संक्रमण। पश्चिम बंगाल के आसनसोल से लौटा था।
05 अप्रैल : बोकारो के चंद्रपुरा के तेलो गांव की महिला निकली कोरोना मरीज।
06 अप्रैल : रांची के हिंदपीढ़ी में एक और महिला मिली कोरोना पॉजिटिव
08 अप्रैल : रांची के पांच और बोकारो के चार लोग मिले कोरोना से संक्रमित
रांची की हिंदपीढ़ी की 54 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव महिला के किडनी का इलाज रांची के बूटी मोड़ स्थित नेफ्रॉन क्लीनिक में चल रहा था। महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन ने अब उस क्लीनिक को भी सील कर दिया है।
खतरे को देखते हुए संचालक समेत इलाज के लिए आने वाले और भर्ती 23 मरीजों को क्वारंटाइन करते हुए रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। महिला के संपर्क में आए सभी संदिग्धों का सैंपल लिया जा चुका है।
फिलहाल इन सबकी रिपोर्ट आनी बाकी है। रिम्स के चिकित्सकों के अनुसार इनमें से कुछ मरीजों का डायलिसिस भी किया जाना है।