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    Monday, December 23, 2024
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      बिहार विधानसभा परिसर में राष्ट्रपति रखेंगे शताब्दी स्मृति स्तंभ की नींव,1500 माननीय बनेंगे गवाह

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। बिहार विधानसभा भवन के 100 साल पूरे करने पर आयोजित शताब्दी समारोह के गवाह बिहार के करीब डेढ़ हजार माननीय बनेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में होने वाले इस समारोह में बिहार के सभी लोकसभा व राज्यसभा सांसद, सभी वर्तमान व पूर्व विधायक तथा विधान पार्षद आमंत्रित किये गये हैं।

      इनमें केन्द्र सरकार में बिहार कोटे से शामिल सभी मंत्री भी आमंत्रित हैं। सांसदों को खुद बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आमंत्रित किया है।

      उन्होंने एक-एक को फोन कर आने का आग्रह किया। वहीं, सोमवार को वह दो सत्रों में वर्तमान व पूर्व विधायकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे।

      विधानसभा परिसर को महामहिम राष्ट्रपति के आगमन को लेकर करीने से सजाया-संवारा गया है। तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पूरे भवन को रंगीन बल्बों की झिलमिल चादर से जगमग कर दिया गया है।

      विधानसभा की 100 वर्षों की शानदार व स्वर्णिम यात्रा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के मकसद से विधानसभा की ओर से एक भव्य स्मारिका के प्रकाशन की तैयारी की जा रही है। राष्ट्रपति श्री कोविंद इसे लोकार्पित करेंगे।

      राष्ट्रपति 21 अक्टूबर को आयोजित समारोह में विस परिसर में पवित्र बोधिवृक्ष के शिशु पौधा का रोपण करेंगे। साथ ही शताब्दी स्मृति स्तंभ का शिलान्यास रखेंगे। 40 फीट ऊंचा यह स्तंभ अनोखा होगा। वास्तुशास्त्र के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बनेगा।

      अष्टकोणीय इस स्तंभ को इस प्रकार बनाया जा रहा है कि सूरज की किरणे इसके हर कोण से टकराकर अपना बिम्ब विस भवन पर बनाए और यह छाया समय का अहसास करा सके।

      40 फीट में 25 फीट का आधार जबकि ऊपर 15 फीट मेटल और स्टोन से स्वास्तिक के साथ बोधिवृक्ष (विस का प्रतीक चिह्न) होगा।

      राष्ट्रपति के सम्मान में विस अध्यक्ष के आवास पर आयोजित रात्रिभोज का मुख्य आकर्षण सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। इसमें करीब 400 लोग आमंत्रित होंगे।

      कला संस्कृति विभाग द्वारा करीब डेढ़ घंटे की प्रस्तुति दी जाएगी, इसके जरिए बिहार के समृद्ध लोकगीत, संगीत व ध्रुपद गायन की वानगी पेश होगी।

      विपिन मिश्रा का शंखवादन, जीतेन्द्र कुमार एवं दल द्वारा बिहार गौरव गान, प्रशांत-निशांत मल्लिक का ध्रुपद गायन, डॉ. स्वाती सिन्हा का कथक नृत्य, सत्येन्द्र कुमार संगीत का लोकगीत, अर्जुन चौधरी के नेतृत्व में रिद्म ऑफ बिहार तथा शारदा सिन्हा का लोकगायन होगा। कुल सात प्रस्तुतियों में 77 कलाकार शामिल रहेंगे।

       

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