CM हेमंत का आदेश: अब CID करेगी JSSC CGL परीक्षा की जांच, धारा 144 लागू

CM हेमंत सोरेन ने कहा है कि सरकार छात्रों की मांगों के प्रति संवेदनशील है और पारदर्शी तरीके से जांच कराई जाएगी। सीआईडी जांच का आदेश देकर उन्होंने आंदोलनरत छात्रों को शांत करने का प्रयास किया है

रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखंड के मुख्यमंत्री (CM) हेमंत सोरेन ने झारखंड संयुक्त स्नातक स्तरीय (CGL) परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ियों की जांच सीआईडी से कराने का आदेश दिया है। इस फैसले के बाद कार्मिक विभाग ने सीआईडी को जांच से संबंधित आदेश की कॉपी सौंप दी है। इसके साथ ही जेएसएससी (झारखंड कर्मचारी चयन आयोग) द्वारा कराई गई आंतरिक जांच में सामने आए तथ्यों को भी साझा किया गया है।

बता दें कि  21-22 सितंबर को आयोजित हुई इस परीक्षा में 3.04 लाख अभ्यर्थियों ने 823 केंद्रों पर परीक्षा दी थी। यह परीक्षा कुल 2025 पदों के लिए आयोजित की गई थी। हालांकि अभ्यर्थियों ने परीक्षा में पेपर लीक, रोल नंबर गड़बड़ी और परीक्षा केंद्रों पर सील टूटने जैसे गंभीर आरोप लगाए।

तब जेएसएससी के अध्यक्ष ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि परीक्षा पूरी पारदर्शिता और सीसीटीवी निगरानी में आयोजित हुई थी। इसके बावजूद छात्रों द्वारा गड़बड़ियों के आरोप और प्रदर्शन लगातार जारी हैं।

इस दौरान हजारीबाग में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हाल ही में पुलिस लाठीचार्ज हुआ था, जिससे मामला विधानसभा तक पहुंच गया। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सीबीआई जांच की मांग की थी। छात्र संगठनों और राजनीतिक दबाव के चलते मुख्यमंत्री ने सीआईडी जांच का फैसला लिया।

वहीं जेएसएससी ने परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। चयनित अभ्यर्थियों को 16 से 20 दिसंबर के बीच अपने प्रमाण पत्रों की जांच कराने का समय दिया गया है। जो अभ्यर्थी इस दौरान जांच नहीं करा पाएंगे। उन्हें 26 और 27 दिसंबर का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।

सीजीएल परीक्षा के परिणाम रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी 15 दिसंबर को रांची में धरना-प्रदर्शन करेंगे। विशेष शाखा की रिपोर्ट के अनुसार 5,000 से अधिक अभ्यर्थी नामकुम स्थित जेएसएससी कार्यालय के पास एकत्र हो सकते हैं। इसे देखते हुए रांची सदर एसडीओ ने जेएसएससी कार्यालय के 500 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दी है, जो 20 दिसंबर तक प्रभावी रहेगी।

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