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    Tuesday, April 23, 2024
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      हत्यारोपी पुलिस दारोगा दंपति फरार, एसपी के गिरफ्तारी आदेश बाद टेंशनियाया थानेदार

      “फिर क्या था। एसपी कार्यालय से गिरफ्तारी आदेश जारी होने की सूचना मिलते ही एसआइ राजकुमार सिंह मेडिकल का आवेदन देकर अपनी पत्नी हेनु कुमारी फरार हो गए। जिसकी खोज में पुलिस छापेमारी जारी रहने की बात कह रही है…

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। बिहार में अजीबोगरीब गतिविधियों के लिए  हमेशा सुर्खियों में रहने वाले बेगूसराय जिला की पुलिस एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार एक दारोगा और महिला पुलिस कांस्टेबल की फरारी को लेकर सामने आया है, जो आपस में पति पत्नी हैं।

      वहीं जिला पुलिस कप्तान यानि एसपी ने थानेदार को फरार दारोगा और महिला सिपाही को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।

      जाहिर है कि वह थानेदार मामले को लेकर काफी टेंशन में आ गया है कि पुलिस दंपति का क्या करे, क्योंकि उसे बचाने में थानेदार की ही भूमिका संदिग्ध बताई जाती है।

      खबर है कि बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर थाना में पदास्थापित एक दारोगा अपनी पुलिस कांस्टेबल पत्नी के साथ फरार हो गया है।  इस पुलिस दंपति को तीन सप्ताह बाद भी पूरा पुलिस महकमा नहीं ढूंढ पाया है।

      कहा जाता है कि मेघौल गांव निवासी संगीता हत्याकांड में आरोपित तत्कालीन मंझौल ओपीध्यक्ष और वर्तमान में बलिया थाना में पदस्थापित एसआइ राजकुमार सिंह और उसकी पत्नी, जो कि बिहार पुलिस के जवान हेनु कुमारी को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आदेश पुलिस अधीक्षक बेगूसराय ने अनुसंधानकर्ता को दिया है।

      लेकिन गिरफ्तारी का आदेश जारी होने के दो सप्ताह दिन बाद भी पुलिस विफल साबित है। कुछ पुलिस अफसरों द्वारा जान बूझ कर बचाने में जुटे हैं।

      उल्लेखनीय है कि 16 अगस्त 2019 की सुबह मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के हनुमानगढ़ी के समीप एक खेत से लावारिस हालत में पुलिस ने एक अज्ञात महिला का शव बरामद किया था। जांच के क्रम में उक्त शव की पहचान खोदावंदपुर थाना के मेघौल गांव निवासी अवकाश प्राप्त सैनिक राम सुखित सिंह के पुत्र हरिशंकर उर्फ अभिषेक कुमार की पत्नी संगीता कुमारी के रुप में किया गया था

      इस मामले में मृतका के पिता नावकोठी थाना क्षेत्र के पहसारा निवासी बलभद्र सिंह ने मृतका के पति अभिषेक कुमार, ससुर राम सुखित सिंह, सास रामकुमारी देवी, ननद हेनु कुमारी और ननदोई तत्कालीन मंझौल ओपीध्यक्ष राजकुमार सिंह के विरुद्ध हत्या की नामजद प्राथमिकी दर्ज कराया था।

      जिसमें पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतका के पति अभिषेक कुमार एवं ससुर राम सुखित सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

      जबकि आरोपी तत्कालीन मंझौल ओपीध्यक्ष राजकुमार सिंह का स्थानांतरण बलिया थाना में एसआई के पद पर कर दिया था।

      पुलिस जांच एवं वरीय पुलिस पदाधिकारी के पर्यवेक्षण में आरोपी एसआई राजकुमार सिंह, उसकी पत्नी हेनु कुमारी और मृतका की सास रामकुमारी देवी को क्लीन चीट देकर पति अभिषेक कुमार एवं ससुर राम सुखित सिंह को दोषी सिद्ध किया था।

      पुलिस द्वारा एसआई राजकुमार सिंह, हेनु कुमारी और रामकुमारी देवी को क्लीन चीट दिये जाने से सूचक बलभद्र सिंह ने पुलिस पदाधिकारी पर आरोपी के पक्ष में काम करने और जांच में धांधली करते हुए निष्पक्ष जांच नहीं करने का आरोप लगाते हुए न्याय के लिये एडीजी और डीजी मुख्यालय से गुहार लगाया।

      इसके बाद वरीय पदाधिकारियों ने जांचोपरांत राजकुमार सिंह, हेनु कुमारी और रामकुमारी देवी के विरुद्ध आरोप सत्य पाया और 19 मार्च को ही पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।

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