Home आस-पड़ोस बुरा अनुभव ही परिवर्तन का कारण बनता हैः नालंदा डीएम

बुरा अनुभव ही परिवर्तन का कारण बनता हैः नालंदा डीएम

हरनौत, नालंदा (रवि)। स्थानीय आरपीएस कॉलेज में चल रहे खुले में शौच को लेकर चल रहा प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हो गया।

मालूम हो कि यहाँ खुले में शौच से मुक्ति को लेकर करीब सौ लोगों को प्रेरक के रूप में पिछले पांच दिन से यूनिसेफ जैसे संस्था के द्वारा ट्रेनिगं दिया जा रहा है।

प्रशिक्षण के अंतिम दिन डीएम त्यागराजन एसएम ने कहा कि ओडीएफ कार्य चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसे सब लोग मिलकर करें। ओडीएफ से अधिक चुनौती उसे आगे तक कायम रखना है ,जो सिर्फ लोगों का व्यवहार परिवर्तन से ही हो सकता है।

डीएम ने कहा कि लोगों का बुरा अनुभव ही परिवर्तन का आधार बनता है । लापरवाही किसी भी रूप में नहीं होनी चाहिये। गड़बड़ी होने पर अधिकारियों को भी बख्शा नहीं जाएगा।उन्होंने कहा कि वरीय अधिकारी आदेश देने के बाद सिर्फ खानापूर्ति करने के लिए जाते हैं ,ऐसा नहीं चलेगा। किसी भी तरह का दिक्कत होने पर कार्यवाही की जाएगी। सभी लोग एंजॉय के साथ काम करें। टीम वर्क है मिलकर काम करें। अन्यथा कोई रास्ता नहीं बचा है। यह कार्यक्रम समाज के लिए योगदान देने का सबसे बड़ा कार्यक्रम है।

उन्होंने कहा कि वे भी स्वच्छता सेनानी हूं,ऐसे महत्वपूर्ण अभियान को सफल बनाने के लिए वे इसमें शामिल हैं, यह खुशी का विषय है।

उन्होंने सभी बड़े अधिकारी, प्रभारी को निर्देश दिया है कि मॉर्निंग में गांव जाएं, जिससे प्रेरक का मनोबल बढ़ेगा साथ ही गांव के लोगों को भी अच्छा लगेगा। उन्होंने सभी  प्रखंडों में भी मानव संसाधन बढ़ाने का निर्देश दिया ताकि कार्य ठीक से हो।

इस मौके पर वरीय उपसमाहर्ता रविंदर राम ,एसडीओ सुधीर कुमार ,सीओ उमेश कुमार बीडीओ देवेंद्र कुमार ,प्रशिक्षक आदि सहित जिले के कई बड़े अधिकारी सभी प्रेरक उपस्थित थे।

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