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    Saturday, November 23, 2024
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      नालंदा महाविहार सोसाइटी के प्रेसिडेंट बने देश के महामहिम

      ” श्री कोविंद के रहते नव नालंदा महाविहार में डिपार्टमेंट ऑफ बुद्धिस्ट साइंस विषय की पढ़ाई की घोषणा तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने राष्ट्रपति की मौजूदगी में किया था। महाविहार में पहले 9 विषयों की पढ़ाई होती थी। डिपार्टमेंट ऑफ बुद्धिस्ट साइंस यहां का दसवां फैकल्टी बन गया।”

      नालंदा ( राम विलास )। रामनाथ कोविंद के देश का प्रेसिडेंट बनाने पर नव नालंदा महाविहार डीम्ड विश्वविद्यालय नालंदा में खुशियां मनाई गई। यहां के पदाधिकारी, प्राध्यापक और शिक्षकेत्तर कर्मियों में काफी खुशी है कि उनके संस्थान नव नालंदा महाविहार सोसाइटी के प्रेसिडेंट देश के प्रेसिडेंट बन गए हैं।

      बिहार के राज्यपाल बनने के साथ श्री कोविन्द नव नालंदा महाविहार डीम्ड विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बने थे। बाद में जब इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा बनाए गए।

      उसके बाद से श्री कोविंद नव नालंदा महाविहार सोसाइटी के प्रेसिडेंट बनाये गए। वे जब तक बिहार के राज्यपाल रहे तब तक ( 19 जून 2017 ) महाविहार सोसायटी के प्रेसीडेंट बने रहे। श्री कोविंद के प्रेसिडेंट कार्यकाल में महाविहार में अनेक कीर्तिमान व उपलब्धियों को हासिल किया है ।

      बिहार के राज्यपाल और नव नालंदा महाविहार सोसाइटी के कुलाधिपति एवं चेयरमैन रहते उन्होंने छह बार महाविहार का दौरा किया था। इनके द्वारा 18 अक्टूबर 2015 को महाविहार द्वारा निर्मित संस्कृति ग्राम में विपश्यना किया गया था। वह पूरे दिन सरकारी कार्यों को छोड़कर विपश्यना करते रहे ।

      रामनाथ कोविन्द को प्रेसीडेंट रहते महाविहार में तीन दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया । वे सभी दीक्षांत समारोह में शामिल होते रहे हैं । उनके कार्यकाल में नव नालंदा महाविहार डीम्ड विश्वविद्यालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें करीब 35 देशों के स्कॉलर समेत देश के निवर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, तीब्बत बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सह कुलाधिपति डॉक्टर महेश शर्मा, राज्यपाल रामनाथ कोविन्द के अलावे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरीखे लोग शामिल हुए थे।

      महाविहार एशिया महादेश का पहला विश्वविद्यालय है, जहां डिपार्टमेंट ऑफ बुद्धिस्ट साइंस की पढ़ाई शुरू की गई है। बिहार के निवर्तमान राज्यपाल रामनाथ कोविंद शिक्षा और परीक्षा के प्रति काफी सजग और संवेदनशील थे। उनके प्रयास से बिहार के लगभग सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षा और परीक्षा रेगुलर होने लगा। इसके पीछे एक कारण था राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों को नियमित दीक्षांत समारोह आयोजित करने का दिशा निर्देश जारी किया था।

      इस अवसर पर नव नालंदा महाविहार डीम्ड विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉक्टर सुनील प्रसाद सिन्हा, अंग्रेजी विभाग अध्यक्ष डॉक्टर श्रीकांत सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर दीपंकर लामा, डीन डॉक्टर राजेश रंजन, डॉक्टर विश्वजीत कुमार, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉक्टर रूबी कुमारी, प्राचीन इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर चंद्रभूषण मिश्रा, डॉक्टर आर एन प्रसाद, चाइनीज विभागाध्यक्ष डॉक्टर यू कुंडला, डॉक्टर एल के झा, डॉक्टर धम्मा ज्योति, डॉक्टर बुद्धदेव भट्टाचार्य, डॉक्टर वी के चौधरी, डा राणा पुरुषोत्तम सिंह, लाइब्रेरीरयन डा के के पाण्डेय समेत विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मी शामिल थे।

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