70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षाः BPSC ने इस अभ्यर्थी को माना फसाद की जड़

“BPSC की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा से जुड़ा यह मामला राज्य के युवाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वालों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। देखना यह है कि छात्र का स्पष्टीकरण क्या होता है और आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने एक छात्र को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और परीक्षा में व्यवधान उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इस मामले में आयोग ने सख्त रुख अपनाते हुए तीन दिनों के भीतर लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी दी है।

दरअसल, दिनांक 13 दिसंबर 2024 को बीपीएससी (BPSC) ने 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन किया था। परीक्षा के दौरान पटना बापू परीक्षा परिसर में प्रश्न-पत्र लीक होने की अफवाह के कारण हंगामा हुआ। जिससे परीक्षा बाधित हो गई। आयोग द्वारा जारी नोटिस के अनुसार उक्त छात्र तारकेश्वर पांडेय (रोल नंबर-540838) को हंगामा करने वालों में से एक के रूप में सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो में पहचाना गया है।

आयोग ने आरोप लगाया है कि छात्र ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में परीक्षा प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। वीडियो में कहा गया है कि पेपर आधे घंटे देर से दिया गया और आयोग ने जानबूझकर गलती की। आयोग ने दावा किया है कि छात्र के इस व्यवहार से परीक्षा केंद्र पर अफरा-तफरी मच गई। जिसके चलते उस केंद्र की परीक्षा रद्द करनी पड़ी और पुनर्परीक्षा करानी पड़ी।

नोटिस में आयोग ने स्पष्ट किया है कि इस घटना के कारण आयोग की छवि धूमिल हुई और उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठे। आयोग ने यह भी कहा कि यदि छात्र का स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं हुआ तो उसके खिलाफ बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 और भारतीय दंड संहिता 2023 की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही छात्र को भविष्य में बीपीएससी की किसी भी परीक्षा में भाग लेने से वंचित किया जा सकता है।

छात्र को निर्देश दिया गया है कि वह दिनांक 27 दिसंबर 2024 शाम 5:00 बजे तक आयोग को ईमेल के माध्यम से अपना पक्ष प्रस्तुत करे। यदि वह ऐसा करने में विफल रहता है तो आयोग उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होगा।

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