” नालंदा के डी एम डॉ त्यागराजन का दावा है कि वे 2 अक्टूबर 2017 तक नालंदा जिला को खुले में शौच मुक्त बना देंगें । उसके लिये यहां पंचायत स्तर के अधिकारी एवं कर्मी गांव-गांव जाकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं “
बिहारशरीफ (न्यूज ब्यूरो प्रमुख)। राजीव गाँधी विद्युतीकरण योजना में प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के हांथो सम्मानित होने वाले नालंदा के डी एम् डॉ त्यागराजन फिर राज्य सरकार से पुरस्कार पाने की श्रेणी के करीब आते दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय में खुले में शौच मुक्त बिहार बनाना शामिल है, जिसके लिए 2019 तक समय सीमा का निर्धरण किया गया है ।
बाबजूद इसके नालंदा डी एम् डॉ त्यागराजन का दावा है कि वे 2 अक्टूबर 2017 तक नालंदा जिला को खुले में शौच मुक्त बना देंगें । जिसके लिए डी एम पंचायत स्तर के अधिकारी एवं कर्मी गांव-गांव जाकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं। जिला के सभी प्रखंडों के सभी पंचायतों में अहले सुबह अधिकारी एवं कर्मी जाकर लोगों को खुले में शौच नहीं करने के लिए प्रेरित करते हैं एवं उन्हें यह सलाह देते हैं कि वह अपने घरों में शौचालय बनवाए एवं इसका उपयोग करें इसके लिए सरकार द्वारा दिए जाने वाले 12000 रूपए के अनुदान के बारे में भी लोगों को जानकारी दी जाती है।
आज मघड़ा पंचायत के बियाबानी गांव में जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन ने इस रोको टोको अभियान में भाग लिया एवं लोगों को खुले में शौच नहीं करने के लिए प्रेरित किया जिलाधिकारी ने गांव वालों को बताया कि जो भी जिस वार्ड के सभी लोग अपने अपने घरों में शौचालय का निर्माण कर लेते हैं, उन्हें सरकार द्वारा 12000 की अनुदान राशि दी जाती है।
जिलाधिकारी ने बताया कि शौचालय नहीं रहने से तरह-तरह की बीमारियां होती है प्रदूषण फैलता है तथा लोगों के प्रतिष्ठा का हनन भी होता है। इसलिए हर घर में शौचालय बनाना जरुरी है और यह तभी सफल होगा जब जिला के सभी लोग मिलकर आगे आएंगे और इस अभियान का हिस्सा बनेंगे ।
इसी प्रकार उप विकास आयुक्त कुंदन कुमार ने गिरियक प्रखंड के आदमपुर गांव में जाकर लोगों को खुले में शौच नहीं करने के लिए प्रेरित किया इसी तरह जिला के सभी बड़े पदाधिकारी तथा प्रखंडों में बीडीओ सीओ एवं अंय पदाधिकारी एवं कर्मियों ने गांव एवं दोनों में जाकर लोगों को खुले में शौच नहीं करने के लिए जागरुक किया एवं इस कार्यक्रम में जिला के स्कूली बच्चों की प्रमुख भूमिका रही।
नालंदा जिला में शौचालय निर्माण का कुल लक्ष्य 99354 है जिसमें से 29030 शौचालय का निर्माण हो चुका है तथा 20520 का निर्माण कार्य चल रहा है। इन्हें 1 सप्ताह के अंदर पूरा कर लिया जाएगा जिला के 32 पंचायत अभी तक खुले में शौचमुक्त घोषित हो चुके हैं खुले में शौच मुक्त हो चुके वार्डों की संख्या 510 है ।
जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एस एम ने जिला के नागरिकों से आह्वान किया है कि वह नालंदा जिला को निर्मल नालंदा बनाने के लिए इस खुले में शौच मुक्त अभियान में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाएं एवं निर्मल नालंदा अभियान को सफल बनाएं।