“झामुमो के दिग्गज नेता सांसद सुनील महतो हत्याकांड का आरोप हार्डकोर नक्सली राहुल दस्ते पर लगा। जिनके कई नक्सलियों ने पश्चिम बंगाल में सरेंडर कर दिया है, लेकिन आज तक सीबीआई, एनआईए और झारखंड पुलिस उस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर सकी है…”
जमशेदपुर (एक्सपर्ट मीडिय न्यूज)। पूर्व झामुमो सांसद सुनील महतो की पत्नी है सुमन महतो। आपको बता दें कि आज से ठीक 13 साल पहले घाटशिला के बाघुड़िया में बतौर मुख्य अतिथि एक फुटबॉल मैच में शिरकत करने पहुंचे पूर्व सांसद सुनील महतो की नक्सलियों ने निर्मम हत्या कर दी थी। उस राक्षसी हमले में उनके अंगरक्षक को भी नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया था।
वहीं 13 साल बीत गए, लेकिन आज तक सांसद हत्याकांड मामले का खुलासा नहीं हो सका है। जबकि सीबीआई और एनआईए ने भी घटना की जांच की है। ऐसे में शासन और प्रशासन पर सवाल उठना तो लाजमी है।
वैसे आज दिवंगत सांसद की तेरहवीं पुण्यतिथि के मौके पर उनकी पत्नी का दर्द शासन और प्रशासन के खिलाफ छलक ही गया। जहां उन्होंने साफ तौर पर कहा जनप्रतिनिधि बनने से अच्छा हथियार उठाना ही है।
उन्होंने कहा कि वैसे नक्सली जिनका कोई धर्म नहीं होता, जिन्होंने न जाने कितनी मां की गोद सूनी कर दी। कितनी बहनों की मांग सूनी कर दी। और कितने बच्चों के सर से उनके पिता का साया छीन लिया।
जबकि नक्सलियों को सरकार दामाद की तरह सरेंडर पॉलिसी का लाभ देकर आजाद कर देती है, लेकिन मेरे पति के हत्यारों को आज तक बेनकाब कर पाने में सरकारें नाकाम रही है। हालांकि सुमन महतो का वर्तमान झारखंड सरकार पर भरोसा कायम है।
बता दें कि पूर्व सांसद सुनील महतो के हत्या से ठीक एक साल बाद तमाड़ के विधायक पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की भी हत्या हुई थी, लेकिन उनके हत्या का खुलासा कर दिया गया और आरोपी नक्सली कुंदन पाहन आज सलाखों के पीछे है और साजिश का आरोप लगा तमाड़ के पूर्व विधायक सह मंत्री राजा पीटर पर लगी, जो आज सलाखों के पीछे है।
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