“बिहार सरकार 15 वर्षों से राज्य के लगभग चार लाख नियोजित शिक्षकों को उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित कर भारतीय संविधान की अवहेलना करने का काम कर रही है….”
नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। नालंदा के सिलाव स्थित रासबिहारी प्लस टू स्कूल में परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ, नालन्दा के जिला कार्यकारिणी सदस्यों तथा जिले के सभी प्रखंडों के अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष के साथ बैठक की गई।
इस बैठक की अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष रौशन कुमार तथा संचालन संघ के जिला महासचिव मो. इरफान मल्लिक ने किया।
बैठक को संबोधित करते हुए संघ के जिला अध्यक्ष रौशन कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में नियोजित शिक्षकों द्वारा समान काम के बदले समान वेतन के लिए लड़ी गई केस में ऐतिहासिक जीत होगी। इसका पूरा विश्वास सभी शिक्षकों को है।
उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार ने दुश्मन की तरह नियोजित शिक्षकों के साथ व्यवहार करते हुए जिस तरह से शिक्षकों को बेवजह परेशान करने की मकसद से सुप्रीम कोर्ट में भेजने का काम किया है। इसका हिसाब नियोजित शिक्षक सरकार से आगामी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में वोट के माध्यम से जरूर लेंगें।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार 15 वर्षों से राज्य के लगभग चार लाख नियोजित शिक्षकों को उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित कर भारतीय संविधान की अवहेलना करने का काम किया है।
संघ के जिला महासचिव मो. इरफान मल्लिक ने कहा कि जिला से लेकर प्रदेश स्तर तक सभी शिक्षकों की समस्या को समाधान के लिए हम सब कृत संकल्पित हैं ।
नियोजित शिक्षकों के हितार्थ परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के द्वारा किए गए कार्यों की बात करते हुए कहा कि समान काम समान वेतन के मामलों से लेकर डीपीई मामले में संघ की सक्रियता काफी प्रशंसनीय रही है। संघ की दूरदर्शिता के कारण ही आज हम सभी शिक्षकों को कोर्ट से जीत मिली है।
इस बैठक में शिक्षकों के विभिन्न समस्याओं पर चर्चा किया है जिस में प्रमुखता से सातवां वेतन के अंदर वितरण का बकाया राशि भुगतान जिले में प्राप्त आवंटन से करने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। जिला के रिक्त उपाध्यक्ष पद पर परवलपुर के प्रकाश चंद्र को सर्वसमति से चुनाव किया गया तथा उन्हें जिलाध्यक्ष ने निर्वाचन प्रमाण पत्र देकर उन्हें पद और गोपनियता का शपथ दिलाया गया ।
इस बैठक में जिला उपाध्यक्ष विनोद चौधरी, शशिकांत वर्मा , कोषाध्यक्ष मनोज कुमार, अजय कुमार, सुनिल कुमार, अंजनी कुमार शांडिल , दिव्यसम्बल, जन्म जय कुमार शाही, सूचित कुमार, मिथलेश कुमार, जीतन कुमार मुकेश कुमार, मथुरा चौधरी, राकेश कुमार, विनोद कुमार, सचिदानंद प्रसाद,अवधेश चौधरी, नवीन सिंह, सूरज चौहान, पंकज कुमार, सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।