” नालंदा जिले के राजगीर में सर्फ निर्माण करने वाली छिटपुट दर्जन भर से अधिक लोकल कंपनियां अपने अलग-अलग नकली नामों से सर्फ बेच रही है…..”
नालंदा ( राजीव रंजन)। नालंदा जिले का अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर प्रखंड इन दिनों नकली सर्फ निर्माण का अड्डा बना हुआ है। जहां धड़ल्ले से अकूत संपत्ति बनाने के चक्कर में नामी सर्फ निर्माण कंपनियां के नाम पर लोकल ब्रांड की नकली सर्फ बनाकर बाजार में बेचने का गोरखधंधा चल रहा है।
इन नकली सर्फो को निर्यात को लेकर खड़े ट्रको की वजह से अतिक्रमण की समस्या खड़ी हो गई है। इन कंपनियों की मनमानी से अतिक्रमण बढ़ रहा है।वही आवागमन में भी परेशानी हो रही है।
बात जब इन सर्फ कंपनियों के मनमानी की करें तो राजगीर प्रखंड के राजगीर स्टेट हाईवे पर राजगीर कैलाश आश्रम के आगे तथा आयुद्ध कारखाना के आसपास स्टेट हाईवे सड़क के दोनों किनारे बड़े-बड़े ट्रकों को खड़ा कर सड़क को अतिक्रमण कर लिया जाता है।
इस ट्रक पर लोड नकली सर्फ बनाने के लिए कच्चा माल को उतारा जाता है। जिससे सड़क पर जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है और लोग जाम में फंस जाते हैं एवं एक्सीडेंट होने का खतरा बन जाता है।
इतना ही नहीं इन सर्फ कंपनियों के द्वारा निर्मित नकली सर्फ को भी इसी तरह से सड़क पर अतिक्रमण कर गाड़ियां लगा कर पूर्ण निर्मित नकली सर्फ को लोड कर दूसरे जगह भेजा जाता है।
आखिर इन सर्फ कंपनी वाले अपने स्वार्थ हित के लिए स्टेट हाईवे सड़क को भी अपना निजी उपयोगी स्थान बना लिया है, जिससे आम लोगों में जाम की समस्या उत्पन्न होती है एवं कठिनाइयों का सामना झेलना पड़ता है।
लेकिन इस मामले में न प्रशासन सर्फ कंपनी पर कार्रवाई करती है और न ही अतिक्रमण हटाने की पहल।