नालंदा ( राम विलास) । बिहार झारखंड सेल्स रिप्रजेंटेटिव्स यूनियन के सामान्य परिषद की दो दिवसीय बैठक शनिवार को राजगीर में शुरू हुई है । यूनियन के अध्यक्ष कामरेड अनिर्बान बोस ने झंडोतोलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। बैठक के खुले सत्र में केंद्र सरकार द्वारा पेटेंट कानून के संशोधन का कड़ा विरोध किया गया।
यह देश की 48 दवा कंपनियों को एक साजिश के तहत बंद करने का आरोप लगाया गया । बैठक में केंद्र सरकार और दवा कंपनियों के मालिकों के नीतियों के विरोध करने को लेकर रणनीति बनाई गई ।
स्वागत समिति के चेयरमैन डॉक्टर श्याम नारायण प्रसाद ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए राजगीर की गौरवशाली गरिमा पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहां की देश में नालंदा जिला ही एक ऐसा है जहां सर्वाधिक आईएएस ,आईपीएस ,डॉक्टर और इंजीनियर हैं।
उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा पूरी दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जहां का इलाज और दवा सस्ती है ।
सम्मेलन के खुले सत्र का उद्घाटन करते हुए सीआईटीयू के प्रदेश महासचिव कामरेड गणेश शंकर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के नव-उदारवादी आर्थिक नीतियों के कारण दवा उद्योग सहित अन्य उद्योगों के सेल्स प्रमोशन में कार्यरत करीब 50,00000 से अधिक कामगारों के समक्ष रोजगार के संकट के बादल मंडरा रहे है।
उन्होंने केंद्र सरकार की इन नीतियों का विरोध करते हुए कहा कि उद्योगपतियों एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों को प्रोत्साहन किया जा रहा है। और श्रमिकों के हक को छीनने की कोशिश की जा रही है ।उन्होंने श्रमिक संगठनों को राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता, जाति एवं धर्म के दायरे से उठकर एक जुट होने का आवाहन किया।
बिहार राज्य सेल्स रिप्रजेंटेटिव यूनियन के अध्यक्ष अनिर्बान बोस ने कहा की दवा उद्योग में कार्यरत सेल्स प्रमोशन इंप्लाइज के लिए कठिन चुनौती है । केंद्र सरकार जेनेरिक के नाम पर मेडिकल एवं सेल्स रिप्रजेंटेटिव्स का अस्तित्व खत्म करना चाहती है ।
मेडिकल एवं सेल्स रिप्रजेंटेटिव एसोसिएशन ऑफ इंडिया के संयुक्त महासचिव दीपक भट्टाचार्य ने दवा पेटेंट कानून का विरोध करते हुए कहा की दवा पर लगने वाले सभी करो को माफ करने की मांग की । उन्होंने कहा केंद्र सरकार मजदूर एवं सस्ती दवा विरोधी है।
इस अवसर पर बिहार राज्य औषधि विक्रेता संघ के प्रदेश महासचिव अमरेंद्र कुमार सिन्हा, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ बैंक इंप्लाइज फेडरेशन एवं प्रमुख लीडर मौजूद थे