हिलसा (संवाददाता)। फतुहा-इस्लामपुर रेलखंड पर चलने वाली सवारी गाड़ी सोमवार को यात्रियों की भीड़ के समाने बौनी पड़ते दिखा। जितने यात्री सफर को थे ट्रेन में जगह उससे कहीं अधिक थी। इस कारण जरुरतमंद यात्री जान-जोखिम में डाल कर यात्रा करते दिखे।
इसके बाद ट्रेन जिस हॉल्ट या फिर स्टेशन पर रुकी वहां कुछेक यात्री तो भीड़ देखकर चढ़ने की हिम्मत जुटा ही नहीं पाए। जहां यात्री जबरन चढ़ने को हिम्मत जुटाए वहां पर ट्रेन में सवार यात्री चाहकर भी नहीं उतर पाए।
अमूनन ब्रेकभान और इंजन पर चढ़ने से मना करने वाले ट्रेन के ड्राईवर और गार्ड भीड़ की नजाकत को भांप विरोध जताने की हिम्मत के बजाए, यात्रियों द्वारा शोर मचाए जाने पर मिनट दो मिनट ट्रेन रोकते दिखे। ड्राईवर और गार्ड की सूझबूझा का ही प्रतिफल रहा कि इतनी भीड़ के बाबजूद किसी प्रकार की कोई अनहोनी नहीं हुई।
सप्ताह में एकबार उत्पन्न होती है ऐसी स्थिति
यात्रियों की भीड़ के समाने ट्रेन के बौने बन जाने की स्थिति सप्ताह में एकबार जरुर आती है। यात्रियों की मानें तो रैक मेंटनेंस के नाम से एक दिन मात्र बोगी वाला रैक ही चलाया जाता है, लेकिन यह रैक दिन में पटना से इस्लामपुर और इस्लामपुर से पटना चलाया जाता है।
दिन में कम बॉगी का रैक चलाने से यात्रियों का दबाब ज्यादा नहीं रहता है। सुबह में पटना की ओर जाने के लिए यात्रियों की भीड़ काफी रहती है। ऐसी स्थिति में कम रैक वाली ट्रेन को चलाना कहीं से भी उचित नहीं है।
फतुहा-इस्लामपुर रेलखंड पर चलती है पांच जोड़ी ट्रेन
फतुहा-इस्लामपुर रेलखंड पर दो एक्सप्रेस समेत पांच ट्रेन चलती है। इन ट्रेनों में एक फॉस्ट पैसेंजर भी शामिल है। दो जोड़ी सवारी गाड़ी पटना-इस्लामपुर के लिए चलती है। जबकि एक फॉस्ट पैसेंजर फतुहा और इस्लामपुर के बीच चलती है। इसके अलावा हटिया एक्सप्रेस और मगध एक्सप्रेस भी फतुहा-इस्लामपुर रेलखंड पर चलती है।
फतुहा-इस्लामपुर रेलखंड से होकर सोमवार को गुजर रही इस्लामपुर-पटना सवारी गाड़ी पर यात्रियों की भीड़..