एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। भाजपा बड़ी जनाधार और कैडर वाली पार्टी होने का दंभ भरती है, लेकिन रांची की सड़कों पर जिस तरह से भाजपाईयों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को लेकर सरेआम मजाक उड़वाई, वह सब कुछ नंगा कर जाती है।
पार्टी ने अमित शाह के स्वागत के सड़क किनारे मानव श्रंखला बनाई गई थी। उस मानव श्रृंखला में जो लोग कड़ी बने थे, उसे लेकर सोशल साइटों पर एक वीडियो वायरल हो रही है। उस वीडियो को देखने और उसे लेकर की गई पड़ताल से साफ जाहिर होता है कि मानव श्रृखंला में पार्टी कर्यकर्ता या समर्थक लोग शरीक नहीं थे, बल्कि उसे भाड़े पर प्रलोभन देकर जुटाई गई थी।
ऐसे सारे लोभकारी लोग के हाथों में एक तख्ती सौंपी गई थी, जिसके एक ओर झारखंड के सीएम रघुबर दास का तो दूसरी तरफ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का बड़ा फोटो छपा था। कुछ तख्तियों में एक तरफ सीएम का तो दूसरी तरफ पीएम मोदी जी की बड़ी तस्वीर थी।
जानकार बताते हैं कि गरीब महिलाओं खासकर आदिवासी समुदाय की महिलाओं-युवकों को नये-नये परिधान, दैनिक मजदूरी, सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने आदि जैसे प्रलोभन दिये गये। ऐसा करने का एकमात्र आशय अमित शाह को यह दिखाना था कि रघुबर सरकार से आम लोग खास कर गरीब आदिवासी समुदाय कितनी खुश है!
लेकिन एक सर्वे ने सब पोल खोल दी। मानव श्रृखंला में तख्ती लेकर घंटो खड़े पेड वर्करों ने अमित शाह के बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। अमित शाह कौन हैं ? इसका कोई जबाव नहीं दे रहे थे। इक्का-दूक्का लोग अमित शाह को मोदी जी का दोस्त बता रहे थे। कुछ लोग तो मोदी जी के बारे में भी अनभिज्ञता प्रकट कर रहे थे। ऐसे लोग साफ तौर पर कहते दिखे कि खड़ा होने के लिये बोला गया, वे खड़े हो गये हैं।
जाहिर है कि एयरकंडीशन में बैठने वाले भाजपा भक्त को धूप में खड़े होकर अपने वरिष्ठ नेता की अगुआनी करना गवारा नहीं हुआ। सो उन्होंने पैसे के बल पेड वर्कर की तैनाती कर डाली।
अब इस मामले को सोशल साइट पर वीडियो वायरल होने से पार्टी और सरकार की खूब फजीहत हो रही है। लोग तरह-तरह के कमेंट कर खूब चटकारे भी ले रहे हैं।