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    Friday, April 19, 2024
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      बिहार स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव का हैरतअंगेज तोहफाः जेल गए शराबी डॉक्टर को ऐसे किया निलंबनमुक्त, सौंपा पूर्व प्रभार

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज।  सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में ऑन ड्यूटी शराब पीते पकड़े गए डा. प्रेम कुमार सिन्हा को निलंबन मुक्त करते हुए पुनः प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल अस्थावां का प्रभारी बना दिया गया है।

      डॉ.सिन्हा को ऐसा तोहफा बिहार स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव नागेन्द्र प्रसाद ने अपने कार्यालय ज्ञापांक-638 (9), दिनांक-19.06.2018 को जारी अधिसूचना के जरिए दिया है।doctor wine crime

      जारी अधिसूचना के अनुसार डॉ. प्रेम कुमार सिन्हा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अस्थावां, नालंदा को दिनांकः 24.05.2017 को शराब पीने के आरोप में जेल जाने के फलस्वरुप तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया था तथा जमानत पर रिहा होने के उपरांत दिनांकः 27.05.2017 को डॉ. प्रेम कुमार सिन्हा का योगदान स्वीकार किया गया तथा उन्हें पुनः विभागीय अधिसूचना संख्या-810 (9) द्वारा निलंबित किया गया था तथा डॉ. सिन्हा के विरुद्ध विभागीय संकल्प संख्या- 849(9) दिनांक 03.08.2017 के द्वारा विभागीय कार्यवाही संचालित की गई।

      अधिसूचना में आगे लिखा है कि विभागीय स्तर पर सम्यक समीक्षोपरांत सक्षम प्राधिकार के अनुमोदन से डॉ. प्रेम कुमार सिन्हा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अस्थावां, नालंदा को निलंबन मुक्त किया जाता है तथा उन्हें उनके पूर्व पदस्थापन स्थान पर पदास्थापित किया जाता है। डॉ सिन्हा के निलंबन अवधि का निर्णय उनके विरुद्ध संचालित विभागीय कार्यवाही के फलाफल पर निर्भर करता है।

      इस संबंध में एक्सपर्ट मीडिया न्यूज के सवालों पर बिहार स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव नागेन्द्र प्रसाद की दलील है कि दंड देने की प्रक्रिया अलग है। निलंबन मुक्त से दंड का कोई संबंध नहीं है। विभागीय कार्यवाही उनपर चलेगा और उसमें जो निर्णय लिया जाएगा, उसमें वह दंड दिया जाएगा।

      अवर सचिव ने कहा कि जेल जाने के कारण उन्हें निलंबित किया गया था। शराब पीने के लिए उनपर अलग से उनपर कार्यवाही चलेगा।

      बता दें कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अस्थावां (रेफरल अस्पताल) के मौजूद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर प्रेम कुमार सिन्हा को स्थानीय थाना की पुलिस ने 24 मई 2017 को शराब पीते रंगे हाथ दबोच कर शराबंदी कानून की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेजा था।

      इस घटना से रेफरल अस्पताल की काफी बदनामी हुई थी। अब एक बार फिर चिकित्सा सेवा को कलंकित करने वाले डाक्टर प्रेम कुमार सिन्हा के हवाले ही रेफरल को कर दिया गया है।  

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