Home देश बिहार विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी जनतांत्रिक लोकहित पार्टी 

बिहार विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी जनतांत्रिक लोकहित पार्टी 

” आजादी के 70 साल बाद जारी मानव विकास सूचकांक के आंकड़े देश की हकीकत बयां करती है । देश के  2.88 लाख घर परिवार भीख से गुजारा बसर करते हैं। 10 करोड़ से अधिक आबादी घुमंतू जिंदगी व्यतीत करता है। 6 करोड़   बाल मजदूर 20 लाख  खतरनाक उद्योग में काम कर रहे हैं। देश के 83 करोड़ लोग की प्रतिदिन आय न्यूनतम मजदूरी से कम है। “

नालंदा ( राम विलास )। जनतांत्रिक लोकहित पार्टी का दो दिवसीय प्रथम  प्रशिक्षण शिविर सोमवार को राजगीर के आरआईसीसी में संपन्न हो गया। नई पार्टी होने के कारण भीड़ वैसी नहीं थी जैसी और पार्टियों में होते रही है । लेकिन मौजूद कार्यकर्ताओ के इरादे बुलंद थे।

पार्टी के  राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश कुमार ने एलान किया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। किसी भी दल से समझौता नहीं करने की घोषणा भी की ।

 उन्होंने कहा कि बिहार में जलोपा की नीतियो से  ही परिवर्तन आ सकता है । फासिस्टवाद, धार्मिक विवाद, विघटनकारी, व्यक्तिवादी राजनीति की परिचायक पार्टियों को जलोपा  जमीनदोज करेगा।

rajgir news 1 1राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा देश और प्रदेश संकट के दौर से गुजर रहा है। कानून व्यवस्था चौपट है । नौजवान बेरोजगार हैं । किसान फटेहाल हैं। उन्हें अपने ही उत्पाद के उचित मूल्य और बाजार नहीं मिल रहे। देश के किसान आत्महत्या करने के लिए विवश हैं । शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा सभी के सभी बदहाल है ।

उन्होंने जोर देकर कहा आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए  गठबंधन की चुनौतियों का सामना करने के लिए  जनतांत्रिक लोकहित पार्टी अभी से तैयार है ।

उन्होंने कहा कि आधारभूत संरचना के विकास के नाम पर सर्वत्र लूट मची है। सृजन घोटाला, मेधा घोटाला, एसीडीसी  बिल घोटाला आदि  कई घोटाले इसके  उदाहरण  हैं ।  जल प्रबंधन एवं विशेष दर्जा के नाम पर राजनीति कर किसानों को बेबकूफ बनाया जा रहा है।

सतीश कुमार ने केंद्र और राज्य सरकार के एनडीए  गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत के केवल 47 परिवारों के पास 70 प्रतिशत आबादी के बराबर संपत्ति है। शिक्षा के क्षेत्र में नालंदा विश्व गुरु रहा है। आज नालंदा समेत पूरे प्रदेश और देश की शैक्षणिक व्यवस्था बदहाल है। देश में मात्र 3:45 प्रतिशत स्नातक हैं ।

उन्होंने कहा कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी 13.25 फ़ीसदी परिवार कच्चे घरों में गुजर बसर करते हैं। 24.39 करोड़ कृषक मानसून आधारित कृषि करते हैं । यह आंकड़े चौकानेवाले हैं । इसके बाद भी जुमलेबाज घूम घूम कर कह रहे हैं देश तरक्की कर रहा है। न्यू इंडिया का सपना दिखाकर किसान मजदूर और नौजवानों को बरगला रहा है ।केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों को युवा, किसान – मजदूर विरोधी बताया। 

इसके पहले  पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण कुमार सिन्हा,  रंजीत प्रसाद कुशवाहा, अमरेंद्र कुमार उर्फ ललन सिंह, बिहार प्रदेश अभियान प्रभारी डॉ राकेश रंजन, अशोक सिंह, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार ने कार्यकर्ताओ को प्रशिक्षित किया । इस अवसर पर इंजिनियर सुरेन्द्र कुमार, संजय कुमार,  अनिल कुमार, प्रेमचंद मंडल, अभिमन्यु कुमार उर्फ पिंकू,  भूपेंद्र नारायण उर्फ भोला सिंह, उपेंद्र सिंह, राजेंद्र महतो, गणेश पटेल, जितेंद्र पटेल, पुनेश्वर सिंह,  रंजन पासवान, विनोद सिंह, नागदेव सिंह, अकबर अली, दिनेश  रविदास, धर्मराज प्रसाद एवं अन्य मौजूद थे।

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