पटना (विनायक विजेता)। बिहार सरकार द्वारा मोकामा विधायक अनंत सिंह पर लगाए गए सीसीए एक्ट को सुप्रीम कोर्ट द्वारा निरस्त करने के बाद भी ‘छोटे सरकार’ को अभी जेल से बाहर निकलने में चार दिनों का वक्त लग सकता है।
शुक्रवार से लगातार तीन दिनों तक सुप्रीम कोर्ट के बंद रहने के कारण वो अब सोमवार की शाम या मंगलवार को ही खुली हवा में सांस लेंगे। पर जब वो जेल से निकलेंगे तो उनमें बहुत कुछ बदलाव देखने को मिलेगा।
सूत्रों के अनुसार अनंत सिंह जेल से निकलने के बाद पटना स्थित अपने सरकारी आवास जाने के बजाए सीधे अपने विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे और वहां के मतदाताओं का आभार प्रकट करेंगे। उन्होंने अपने समर्थको को भी पटना आवास पर आने से मना कर दिया है और बाढ़ और अपने क्षेत्र मोकामा में यह संदेश भिजवा दिया है कि वो खुद जेल से निकलने के बाद शभचिन्तक और मतदाताओं से घर-घर जाकर मिलेंगे और उनका आभार प्रकट करेंगे।
गौरतलब है कि जेल में रहते हुए अनंत सिंह लगातार चौथी बार मोकामा सीट पर कब्जा किया। बीते वर्ष 24 जून को जेल जाने के कुछ ही दिनों बाद अनंत सिंह ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और जेल में रहते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की थी। अपनी आक्रमकता के लिए मशहुर अनंत सिंह जेल से निकलने के बाद न तो अपने विरोधियों के प्रति आक्रामक रुख अपनाएंगे और न ही उन पर किसी प्रकार का तंज कसेंगे।
बीते चुनाव में अनंत सिंह की जीत में अहम भूमिका निभाने वाली उनकी धर्मपत्नी नीलम देवी ने फोन पर बताया कि अब उनके पति का पूरा ध्यान अपने क्षेत्र के विकास और अधूरे काम को पूरा करने का होगा। उन्होंने कहा कि उनके पति और उनका किसी से कोई गिला-शिकवा नहीं। जो भी हुआ उसे वह विधि का विधान मानकर चल रही हैं।
बताया जाता है कि अनंत सिंह ने जेल में बिताए लगभग 22 माह में जेल के अंदर अपना ज्यादा समय अध्ययन और कुछ सीखने में बिताया। इसी का परिणाम व उदाहरण था विधानसभा में उनका शपथ ग्रहण जिसमें उन्होंने बिना कुछ देखे धारा प्रवाह बोलते हुए शपथ ली थी जो काफी दिनों तक चर्चा का विषय बना रहा।