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    Saturday, November 23, 2024
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      फिसड्डी चंडी पुलिस को मिली संजीवनी, इस तरह पकड़े 4 साइबर ठग

      बिहारशरीफ(नालंदा)। क्राइम कंट्रोल में फिसडी तथा अपराधियों को गिरफ्तार करने में नाकामी का सामना कर रही  चंडी पुलिस को एक संजीवनी मिली जब ऑन लाइन के माध्यम से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता मिली।

      चंडी पुलिस ने नालंदा और झारखंड से ऑन लाइन के माध्यम से विभिन्न बैंकों के उपभोक्ताओं को फोन कर संबंधित बैंक का पदाधिकारी बताकर उनसे बैंक एटीएम का पिन तथा पासबुक नम्बर हासिल कर उनके खाते से रूपये उड़ाने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से कई फर्जी पासबुक एटीएम कार्ड तथा फर्जी फार्म सहित एक लाख रूपये नकद भी बरामद किया है।

      कहानी शुरू होती है 21 अप्रैल को जब चंडी के स्थानीय स्टेट बैंक के प्रबंधक सुमन कुमार ने चंडी थाना में एक लिखित शिकायत की थी कि नूरसराय थाना क्षेत्र के बुधौल निवासी नीतीश कुमार ने खाता खुलवाने के लिए एक आवेदन दिया था। लेकिन खाते के लिए संलग्न उसका पैन कार्ड फर्जी पाया गया।

      पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नीतीश कुमार को धर दबोचा तथा उससे पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसका एक गिरोह है, जो ऑन लाइन के माध्यम से फर्जी खाते में रकम जमा की जाती है।

      चंडी थानाध्यक्ष कमलजीत के नेतृत्व में दारोगा अनिल कुमार, अजय कुमार सिंह, सशस्त्र बल,एतवा भगत, सुजय कुमार, अनिल दफादार अनंत सिंह, चौकीदार अनिल यादव के साथ नूरसराय के बुधौल में छापेमारी की। जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार लोगों में बुधौल के पंकज कुमार, कतरीसराय के सैदी निवासी पुरूषोतम तथा अस्थावा महमदपुर के दीपक शामिल है। पुलिस ने इनके पास से कई फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड ,फार्म बीस हजार का चेक तथा नकद एक लाख रूपये बरामद किया।

      नालंदा एसपी कुमार आशीष ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार लोग बैंक उपभोक्ताओं को फोन कर उस बैंक का अधिकारी बता उनका विश्वास हासिल कर एटीएम पिन नम्बर तथा खाता संख्या हासिल कर ऑन लाइन खरीददारी करते थे या फिर अपने फर्जी अकाउंट में उक्त रूपये जमा करा लेते थे।

      एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि इसका मास्टर माइंड कोई और है। एसपी ने बताया कि जांच में पता चला है कि झारखंड के जामताडा के मुरलीपहडी के मो. रब्बानी सहित कई इस गिरोह के मुख्य सरगना है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

      फिलहाल चंडी की जनता का विश्वास खो चुकी चंडी पुलिस को एक संजीवनी मिलने से थानाध्यक्ष राहत की सांस ले रहे होंगे।

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