“थाना परिसर में तब अजीबो-गरीब स्थिति बन गयी जब मृतक सज्जन कुमार के ससुराल और घर वाले आपस में ही भिड़ गए। बेटे की मौत की खबर पाते ही महमदपुर से हिलसा थाना सज्जन के घर वाले पहुंचे। सज्जन के शव के पास रोते-बिलखते ससुराल वालों को देख सभी भड़ गए। घरवाले सज्जन के खुदकुशी के लिए ससुरालवालों को जिम्मेवार ठहरा रहे थे………”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (धर्मेंद्र) । नालंदा जिले के हिलसा प्रखंड में इंदिरा आवास सहायक के पद पर कार्यरत सज्जन कुमार के फंदे से झूल जाने से मौत हो गयी। यह घटना गुरुवार की दोपहर में हिलसा शहर के गांधीनगर मुहल्ला की है।
मृतक सज्जन कुमार मूलत: बख्तियारपुर थाना के महमदपुर गांव निवासी रामाशीष प्रसाद के पुत्र थे। चंडी प्रखंड में पदस्थापित सज्जन कुमार पिछले तीन माह पहले स्थानान्तरण हुआ था।
एक पखवारा पहले शहर के गांधीनगर में किराए का मकान लिया था। दो दिन पहले ही सज्जन अपनी नविवाहिता पत्नी अंजली के साथ मकान में रहने लगे थे। सज्जन की सास भी साथ थी। कुछ काम से अंजली के दादा शत्रुघ्न प्रसाद सुबह ही सज्जन के आवास पहुंचे।
कुछ देर रुकने के बाद अंजली तथा उनकी मां को साथ लेकर बाजार चले गए। इसी बीच घर में अकेले रहे सज्जन कुमार छत में टंगे पंखा में फंदा लगाकर झूल गए, लेकिन आसपास के लोगों को भनक तक नहीं लगी।
जब अंजली अपनी मां और दादा के साथ बाजार से लौटी और बंद किवाड़ खटखटायी तो अंदर से कोई आवाज नहीं आया। शक होने पर अंजली द्वारा हल्ला किए जाने पर आसपास के लोग जुटे। सभी मिलकर किवाड़ तोड़ गए अंदर घुसा तो स्थिति देख दांतो तले ऊंगली दबा ली।
कुछ देर पहले परिवार के साथ हंस बोल रहा सज्जन फंदे से बेसुध झूल रहा था। आनन-फानन में अंजली किचेन से हसुआ लाई। अंजली के दादा फंदे से लटक रहे सज्जन को गोद में उठाया तभी अंजली हंसुआ से फंदे को काट दी।
फंदा कटते ही सज्जन को लेकर दादा अलग गिर पड़े और अंजली अलग गिर पड़ी। इस दौरान अंजली के हाथ से गिरा हंसुआ उसके दादा के सिर पर जा गिरा, जिससे सिर कट गया और खुन बहने लगा।
तभी आसपास के लोग बेसुध पड़े सज्जन कुमार को अनुमंडलीय अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मौत की पुष्टि होते ही पत्नी अंजली दहाड़ मारकर रोते हुए सज्जन के शव पर लिपट गयी।
पास बैठी सास को सज्जन की मौत हो जाने का यकीन नहीं हो रहा था। वह बार-बार सज्जन के नब्ज को टटोल रही थी। तभी पुलिस पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर थाना चली आयी।
घरवालों ता आरोप है कि सज्जन को ससुराल वाले तरह-तरह से प्रताड़ित कर रहे थे। इसी से तंग आकर सज्जन ने खुदकुशी कर ली। इधर ससुराल वाले सज्जन के घरवालों को आरोपों को गलत बता रहे थे।
ससुराल वालों का आरोप था कि सज्जन जब हिलसा में डेरा लिया तो घर वाले कोई भी सामान लाने नहीं दिया। इस कारण सज्जन काफी तनाव में था। हालांकि घर वाले इस आरोप को गलत बताते हुए कहा कि सिर्फ पलंग छोड़कर सभी सामान सज्जन घर से लाया था। अब किसके आरोपों में कितना दम है यह तो पुलिसिया अनुसंधान पूर्ण होने के बाद ही पता चलेगा।
इंदिरा आवास सहायक सज्जन कुमार की खुदकुशी के मामले को लेकर आमने-सामने हुए ससुराल और घरवालों द्वारा एफआईआर के लिए थाने में अलग-अलग आवेदन दिया। दोनो पक्ष एक-दूसरे पर सज्जन को प्रताड़ित करने का आरोप लगाए हैं।
हालांकि थानाध्यक्ष प्रेमराज चौहान ने घरवालों के तरफ से मिले आवेदन की पुष्टि करते हुए बताये कि सज्जन की खुदकुशी का कारण ससुरालवालों का प्रताड़ना बताया गया। ससुरालवालों के तरफ से आवेदन मिलने के बाद उच्चाधिकारी से विचार-विमर्श कर निर्णय लिए जाने की बात बतायी गयी।
थानाध्यक्ष श्री चौहान ने बताया कि शव के पोस्टामार्टम बाद मौत का प्राथमिक कारण पता चलेगा। मामला विवादित हो जाने के कारण फिलवक्त एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकी और शव थाना में ही रखा हुआ है।