रांची (संवाददाता)। माननीय उच्च न्यायलय द्वारा पूर्व मंत्री योगेंद्र साव पर सीसीए अवधि विस्तार ख़ारिज कर दिए जाने के बाद उनकी विधायक पत्नी निर्मला देवी ने कहा कि आज साबित हो गया कि न्याय जिन्दा है और एनटीपीसी के एजेंट मुख्यमंत्री और लठैत प्रशासन का आज जनता के सामने फिर मुंह काला हुआ है।
बकौल विधायक, इससे यह साबित भी स्पष्ट हो गया है कि योगेंद्र साव रैयतों और झारखण्ड की जनसमस्या की आवाज हैं । इसे दबाने में लिए इन पर साजिश कर इनको जेल में रखा गया है ।
विधायक ने कहा कि एनटीपीसी, त्रिवेणी सैनिक और मां अम्बे कंपनी के लिए सीएम रघुवर दास दलाली कर रहे हैं और प्रशासन नक्सलियों की भूमिका अदा कर रैयतों की जान और जमीन लूटने में सहयोग कर रही है। रैयतों पर फर्जी मुकदमे कर दबाव भी दे रही है ।
एनटीपीसी के फर्जीवाड़े पर हाईकोर्ट में चल रहे मुकदमे में भी रैयतों के पक्ष में फैसला जल्द आने की उम्मीद जताते हुए विधायक ने कहा कि एनटीपीसी द्वारा जमीन मुआवजा घोटाले का और फर्जी आम सभा की रिपोर्ट सरकार हाईकोर्ट में नहीं दे रही है।
उन्होंने कहा कि सीएम पहले टाटा में नौकरी करते थे अब एनटीपीसी, अडानी और टीपीसी की नौकरी करने लगे हैं और सरकार के अधिकारी ऐसे लोगों की लठैत और वसूली एजेंट बन कर रह गए हैं। झारखण्ड में चारों तरफ सीएम का आतंक और लूट मचा हुआ हुआ है ।