“पिछले दिनों कई पंचायतों में सेविका सहायिका का चयन अवैध ढंग से किया गया था, जिसको लेकर तरह की बातें हो रही थी। इस तरह के साक्ष्यों को हटाने के लिये ही इस तरह के घटना को अंजाम दिया गया है…………….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (रंजीत मिश्र)। नालंदा जिले के परबलपुर प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय में बीते रात आग लगने से कई बहुमूल्य कागजात जल कर रख हो गया।
बताया जाता है कि जब सुबह अंचल संतरी पानी का मोटर स्टार्ट करने गया तो देखा कि सीडीपीओ कार्यालय के कमरे से आग का धुँआ निकल रहा है। इस बात की जानकारी तत्काल सीओ अजय कुमार सिंह को दिया गया। उसके बाद इसकी सूचना सभी प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ बालविकास परियोजना पदाधिकारी को दिया गया।
इस घटना की खबर सुनकर एसपी नीलेश कुमार सीडीपीओ कार्यालय पहुंचकर आग लगने का कारण जानना चाहा, लेकिन कुछ अता पता नहीं चल सका और वे अपने पुलिस महकमा को कुछ आवश्यक निर्देश देकर चले गए।
उसके बाद डॉग स्क्वायड की टीम आकर जांच किया। जिसमें एक गमछा एवं चप्पल मिला। जिसकी निशानदेही पर डॉग स्क्वायड ने इधर उधर हाथ पावँ मारा, लेकिन कुछ हाथ नहीम लगा और वह बैरंग भी वापस चला गया,।
इस आगजनी को लेकर लोगों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर बदमाश चोरी करने की नीयत से आता तो कार्यालय में रखा सामान कंप्यूटर इत्यादि ले जाता, लेकिन सिर्फ कागजातों में आग लगाया गया। यह बात लोगों को पच नहीं रही है।
इस आगजनी को लेकर तरह तरह की चर्चाएं छिड़ी हुई है। राजद के प्रखंड अध्यक्ष मनोज यादव का कहना है कि कार्यालय अपना भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए इस तरह का ढोंग रचा है।