“पुलिस ने निजी खुन्नस निकालने के लिए पत्रकार को झूठे मामले में फंसाने का काम किया है। मुखिया को जिला पुलिस ने मोहरे के रुप में इस्तेमाल किया है…..”
सरायकेला (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता एवं सरायकेला विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अनंत राम टुडू ने पत्रकार वीरेंद्र मंडल के मामले को आगे ले जाने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि को ऐसे मामले में वगैर ग्रामसभा की अनुमति के इतने संगीन धाराओं के तहत भोले-भाले ग्रामीणों को नहीं फंसाना चाहिए। ऐसे में संविधान में देय शक्तियों का दुरुपयोग होता है।
पूर्व विधायक ने पूरे मामले पर प्रकाश डालते हुए बताया कि राजनगर प्रज्ञा केंद्र लूट मामले में बिरेंद्र मंडल के साथ पुलिस ने जो अत्याचार किए थे और बाद में पुलिस को मुंह की खानी खड़ी थी। उसी का बदला लेने के उद्देश से जिला पुलिस ने इतनी बड़ी साजिश के तहत बिरेंद्र मंडल को और उसके पिता को फंसाया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री सचिवालय के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि जब CMO से कोल्हान प्रमंडल के डीआईजी को पूरे मामले का सुपरवीजन करने और मामले का निष्पक्ष जांच कराने का जिम्मा सौंपा गया था तो जिला पुलिस ने बड़े ही चतुराई से न्यायालय को गुमराह कर वारंट निर्गत कराया और रातो-रात गिरफ्तारी का ब्लू प्रिंट तैयार कर सुबह खाना खा रहे पत्रकार और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं उन्होंने स्थानीय पत्रकारों को भी पुलिस का साथ देने की बात कहीं। हालांकि पूर्व विधायक ने इस घटनाक्रम को बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया। वैसे उन्होंने इस लड़ाई को अब सीधा लड़ने का ऐलान किया है।
उन्होंने जल्द ही इस मामले को लेकर कोल्हान डीआईजी से मिलने की बात कही।
बता दें कि पूर्व विधायक ग्रामीणों संग जिले के एसपी से मिलने जिला पुलिस मुख्यालय पहुंचे थे और ग्रामीणों का पक्ष लेने का अनुरोध भी किया था, लेकिन एसपी ने ऐसा नहीं किया था।