नालंदा(प्रमुख संवाददाता)। नालंदा में एक बार फिर से हत्याओं का दौर चल पड़ा है। बालू ढोने से इंकार करना दो मजदूरों को महंगा पड़ गया और उन्हें इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी । बालू माफियाओ ने अपनी दबंगई दिखाते हुए दो मजदूरों को गोलियों से भूंन डाला ।इस घटना में दोनों की मौत घटना स्थल पर ही हो गई ।
नालंदा के दीपनगर थाना क्षेत्र के नदियावां गाँव स्थित सामुदायिक भवन में दो मजदूर भाई श्री मांझी और फग्गू मांझी सो रहे थे।गुरुवार देर रात रंगीलाबिगहा निवासी मुकेश यादव ने नदियावां आकर दोनों भाईयो को जगाकर बालू उठाने के लिए चलने की बात कही। लेकिन रात अधिक और अंधेरा होने की वजह से दोनों भाईयो ने बालू उठाने से मना कर दिया । उनका कहना था कि सुबह वे बालू उठाव के लिए चलेंगे। लेकिन दोनों भाईयो का इंकार मुकेश यादव को नागवार लगा। उसने दोनों को देख लेने की धमकी देकर चला गया । थोड़ी देर बाद वह अपने आधा दर्जन साथियों के साथ हथियार लेकर पहुँच कर फिर से चलने की बात कही । लेकिन दोनों भाई मानें नहीं तब जाकर मुकेश यादव ने दनादन दोनों पर फायरिंग कर दी । जिससे दोनों भाईयो की घटना स्थल पर ही मौत हो गई । गोलियों की आवाज सुनकर ग्रामीण थोड़ी देर के लिए सहम गए। लेकिन जैसे ही उन्हें घटना की जानकारी मिली सभी सामुदायिक भवन की तरफ दौड़ पड़े । तब तक सभी आरोपी भाग निकले ।
घटना की सूचना मिलते ही कई थाने की पुलिस गाँव पहुँच कर शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बिहारशरीफ के बीडीओ अंजना दत्ता ने बताया कि फिलहाल जिला प्रशासन ने मृतक के आश्रितों को 4-4 लाख की सहायता राशि प्रदान की गईं है ।
इधर एसपी कुमार आशीष ने गाँव में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।साथ ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड तोड़ छापेमारी कर रही है ।
बताते चले कि जिले में बालू माफिया अवैध खनन में लगे हुए हैं ।रात के अंधेरे में बालू की अवैध खनन उनके द्वारा की जा रही है।पिछले महीने भी बालू खनन के वर्चस्व में गोलीबारी हुई थी। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी । दीपनगर, सारे, गिरियक , बिंद , अस्थावा में वर्षों से पुलिस और जिला प्रशासन की आंख में धूल झोंक कर अवैध खनन का धंधा चल रहा है ।जिससे जिला प्रशासन को लाखों के राजस्व हानि हो रही है ।