नालंदा (प्रमुख संवाददाता)। जिले के चंडी थाना के नए थानेदार को उच्चके रोज सलामी दे रहे हैं ।बैंक से लेकर सड़क तक उचच्कों का साम्राज्य दिख रहा है। तीन दिन पूर्व एक रिटायर्ड शिक्षिका से उच्चकों ने 20 हजार रूपये लूट लिए थे। वह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि उचच्कों ने एक बार फिर चंडी थानेदार को सलामी देते हुए बाइक सवार एक हाईस्कूल शिक्षिका से उच्चके पर्स छिनकर भाग जाते हैं। उस पर्स में 50 हजार नकद तथा अन्य जरूरी कागजात था ।
बताया जाता है कि चंडी थाना क्षेत्र के दस्तुरपर निवासी वीरेन्द्र प्रसाद की पत्नी अंजुला देवी जो थरथरी थाना क्षेत्र के भतहर हाईस्कूल में शिक्षिका हैं, शनिवार दोपहर अपने पुत्र गौतम कुमार के साथ बाइक से बिहारशरीफ जा रही थी। सालेपुर से थोड़ा आगे मेंहदीविगहा के पास एक अपाचे पर सवार दो युवकों ने बाइक रूकाकर शिक्षिका से पर्स छिनकर चंडी की तरफ भाग निकले। उस पर्स में नकद 50 हजार, एक मोबाइल फोन तथा कुछ स्कूली कागजात थे। पीड़ित शिक्षका और उसके पुत्र गौतम ने इस घटना की जानकारी चंडी थाना को दी है।
इससे पहले चंडी थाना क्षेत्र के लोदीपुर निवासी रिटायर्ड शिक्षिका ललिता देवी चंडी पीएनबी बैंक से 20 हजार रूपये निकालकर अपने गाँव लौट रही थीं तभी रामघाट के पास बाइक सवार उच्चके उनके रूपये छिनकर भाग निकला था। पुलिस के हाथ इस घटना में अभी तक खाली हैं ।
31 जनवरी को भी नए थाना ध्यक्ष कमलजीत के चंडी थाना का पदभार ग्रहण करते ही सड़क लूटेरों ने चिरैयापर के पास आधा दर्जन वाहनों के साथ लूटपाट की थी। जिसमें तेलमर थाना ध्यक्ष राजन मालवीय भी सड़क लूटेरों के शिकार बन गए थे।
वही चंडी का पंजाब नेशनल बैंक उचच्कों का अड्डा बना हुआ है। पिछले डेढ़ साल में एक दर्जन लोग अपनी मोटी रकम उचच्कों के हाथ लूटा चुके हैं । थाना में शिकायत करने के बाद पुलिस पीड़ित को ही शक की नजर से देखती है या फिर डांट फटकार कर भगा देती है।
पुलिस की नजर में उचच्कों द्वारा दिया गया घटना कोई घटना नहीं होती है। पुलिस ऐसे घटनाओं के प्रति मूकदर्शक और लापरवाह बनी रहती है । आखिर पीड़ित शिकायत करें भी किससे सभी जगह एक तरह के लोग नीचे से उपर तक भरे पड़े हैं ।