गिरियक, नालन्दा (निसार अंसारी )। सरकार के नीति के खिलाफ आंदोलन कर रहे नियोजित शिक्षक ‘समान काम सामान वेतन’ की मांग को लेकर आज शनिवार पांचवें दिन भी नियोजित शिक्षकों ने ताला बंदी आंदोलन जारी रखा। इस मौके पर शिक्षकों ने रोषपूर्ण साईकिल रैली भी निकाली गयी। नियोजित शिक्षकों ने प्रखण्ड प्रमुख राम शरण प्रसाद यादव को अपनी मांगों से सम्बंधित ज्ञापन दिए और सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचाने का आह्वान किये।
इधर प्रमुख ने शिक्षकों की मांगों को जायज ठहराते हुए सरकार से अनुरोध किया है कि उनकी मांग पूरी कर विद्दयालयों बाधित हो रही बच्चों की पढ़ाई के बारे में विशेष ध्यान दें ताकि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न हो।
सरकार के अड़ियल रवैये से नाखुश आंदोलन कर रहे बिहार राज्य शिक्षक संघ के नियोजित शिक्षकों द्वारा विद्द्यालय में पूर्णतः ताला बन्दी आज भी की गयी जिससे विद्द्यालय में पढ़ाई बाधित हुआ। ताला बन्दी को सफल बनाने के लिए किया गया यह आंदोलन प्रखण्ड शिक्षक संघ के अध्यक्ष सह जिला संयोजक जितेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता एवं संघ के सचिव राजीव रंजन कुमार शास्त्री के नेतृत्व में की गयी। इस आंदोलन से प्रखंडके अधिकांश विद्द्यालय पूर्णतः बन्द रहे।
इस दौरान संकुल संसाधन केंद्र गिरियक स्थित घोड़ा कटोरा मद्य्य विद्द्यालय पर शिक्षकों ने एक जुटता के साथ धरना पर बैठे रहे। संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने अपने अभिभाषण में कहा कि दलाल किस्म के शिक्षकों से बचें। उन्होंने कहा कि सरकार अगर शिक्षा व्यस्था को सुचारू रूप से चलाना चाहती है और छात्रों के साथ न्याय करना चाहती है तो हमारे संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू से साकारात्मक बात कर “सामान काम समान वेतन” देने की जल्द घोषणा करे।
उन्होंने अपने संघ में आपार शक्ति होने की बात भी कही। कहा गया कि हमलोग एकता बनाकर आंदोलन में उस वक्त तक डंटे रहेंगे जबतक सरकार हमारी मांगे पूर्णरूपेन मान नहीं लेती है।
उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक प्रखण्ड का दौरा साइकिल और मोटर साईकिल से किये। इस मौके पर संघ के नेता सुनील कुमार, अवधेश कुमार एवं संयज कुमार ने भी संघ के लोगों को मजबूती से एकजुटता बनाये रखने की बात कही। अपनी मांग पूरी होने तक स्कूल में ताला बन्दी जारी रहने की भी बात कही।
उन्होंने कहा कि चाहे जो मजबूरी को सामान काम सामान वेतन लागू जरूरी है। वहीं संघ के क्रांतिकारी एवं कर्मठ नेता शिक्षक गौतम ब्रजेश, लक्ष्मण पासवान और सत्येंद्र कुमार ने रैली में क्रान्ति कारी आगाज करते हुए कहा कि हम नियोजित शिक्षकों को चाहिए कि एक मंच पर आकर साकारात्मक संघर्ष करते हुए सरकार को झुकने को मजबूर कर दें।
इस दौरान प्राथमिक विद्द्यालय खानपुरा, जलालपुर, सैदपुर, शोभनागर, मानपुर, पुराण बिगहा, मध्य विद्द्यालय रामनगर मरकट्टा पुरैनी, खानपुरा इत्यादि विद्द्यालय पूर्णतः बंद रहा। इस दौरान नियोजित शिक्षकों के इस अनिश्चित कालीन हड़ताल से स्कूल बंद हो जाने से विद्द्यालयों में छात्रों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है निकाला गया था।
आज के इस ताला बन्दी को पूर्ण सफल बनाने में क्रांतिकारी शिक्षक संजूलता कुमारी, सुधीर कुमार, शशि रंजन चौधरी, मनोरमा कुमारी, अरविन्द कुमार, पुष्पा कुमारी, बिंदू कुमारी, नीलू, नीलम कुमारी, रेखा कुमारी, ज्योत्सना स्नेहा, राजो चौहान, शशिरंजन चौधरी,अजीत कुमार, अमरजीत कुमार,जयराम, जय कुमार, द्वारिका प्रसाद, सनोज कुमार, राकेश कुमार, उमेश प्रसाद, प्रतिमा , अर्चना कुमारी, उपेंद्र कुमार, सुमन सौरव, मनोज दन्त, अरुण कुमार, अशोक कुमार सहित काफी संख्या में महिला पुरुष नियोजित शिक्षक मौजूद थे।