एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। आंइस्टीन को चुनौती देने वाले बिहार के भारतीय गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह नहीं रहे। पटना के पीएमसीएच में उन्होंने अंतिम सांसे ली। वे कई दिनों से वशिष्ठ नारायण सिंह बीमार चल रहे थे।
वशिष्ठ नाराय़ण सिंह अपने परिजनों के संग पटना के कुल्हरिया कंपलेक्स में रहते थे। बताया जा रहा है कि आज उनकी तबियत खराब होने लगी, जिसके बाद तत्काल परिजन पीएमसीएच लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पिछले एक पखवारे पूर्व वे बीमार पड़े थे तब पीएमसीएच में नेताओं का तांता लगा था। बिहार के मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक उन्हें देखने गए थे। वहीं प्रकाश झा ने फिल्म बनाने की घोषणा कर रखी थी। आरा के बसंतपुर के रहने वाले वशिष्ठ नारायण सिंह बचपन से ही होनहार थे।
वशिष्ठ नारायण सिंह का जन्म 1946 भोजपुर जिले के वसंतपुर गांव में हुआ था। वे अपने गणित के ज्ञान की वजह से युवा अवस्था में ही खूब सुर्खियां पायीं।
नेतरहाट स्कूल से इंटर स्टेट टॉपर बने। 19 वर्ष की उम्र में पटना यूनिवर्सिटी से जब उन्होंने बीएससी और एमएससी किया, तो इसकी चर्चा सारे देश में हुई।
1969 में वे अमेरिका की कैलिर्फोनिया यूनिवर्सिटी से पीएचडी पूरी की। इसके बाद वे वाशिंगटन यूनिवर्सिटी और नासा से जुड़ कर काम किया।