नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। ‘आर्थिक हल -युवाओं का बल’ के अंतर्गत चल रहे तीन योजनाओं को पूरी पारदर्शिता एवं समयबद्धता के साथ क्रियान्वित करने का निर्देश डीएम डॉ. त्यागराजन एस एम ने जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र के सभी अधिकारियों को दिए।
बिहारशरीफ समाहरणालय में आयोजित इस बैठक में डीएम ने कहा कि किसी भी अभ्यर्थी को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। ना ही उन्हें अनावश्यक तंग करना चाहिए। जिस किसी के द्वारा भी थोड़ी भी गड़बड़ी की शिकायत आएगी उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही होगी। स्वयं सहायता भत्ता पा रहे अभ्यर्थियों को कुशल युवा कार्यक्रम से जोड़ने में भी धीमी प्रगति पर डीएम ने नाराजगी प्रकट की।
उन्होंने डीआरसीसी के मैनेजर को निर्देश दिया कि इस स्थिति में सुधार लाएं। स्वयं सहायता भत्ता सकीम में जिला की रैंकिंग राज्य स्तर पर 19 है तथा कुशल युवा कार्यक्रम में जिला 15 वें स्थान पर है। इसमें और सुधार लाने को कहा गया।
डीएम ने कहा कि जिस कर्मी के द्वारा सही तरीके से काम नहीं किया जाएगा अगले वर्ष उसका अनुबंध विस्तारित नहीं किया जाएगा।
डीएम ने बैंकों के प्रतिनिधियों से कहा कि वह भी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का आवेदन जैसे ही जाए लाभुकों के खाते में राशि हस्तांतरित कर दें। जिन बैंकों के द्वारा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का राशि हस्तांतरित करने में बेहतरीन परर्फॉर्मेंस होगा उन बैंकों में सरकारी राशि जमा करने को प्राथमिकता दी जाएगी।
डीएम ने सभी विभागों को इस निर्देश का अनुपालन करने को कहा। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड में जिला का स्थान राज्य में प्रथम बना हुआ है।
डीएम ने कहा कि 26 जनवरी को प्रभारी मंत्री के द्वारा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड संबंधी कार्य देखने वाले दो अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा।
जिला शिक्षा पदाधिकारी से कहा गया कि वह ऐसी व्यवस्था करें कि इंटर की परीक्षा समाप्त होने के बाद डीआरसीसी के अधिकारी परीक्षार्थियों को आर्थिक हल युवाओं को बल के अंतर्गत चल रही योजनाओं की जानकारी दे सके। जिससे कि यह अभ्यर्थी आगे चलकर इन योजनाओं का लाभ उठा सके एवं अपनी पढ़ाई आगे बेहतरीन तरीके से जारी रख सकें।
बैठक में वरीय उपसमाहर्ता बृजेश कुमार, डीआरसीसी के प्रबंधक एवं सहायक प्रबंधक तथा सभी बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे।