रोहतक (INR)। हरियाणा राज्य के रोहतक से प्रकाशित दैनिक भास्कर के संपादकीय प्रभारी जितेंद्र श्रीवास्तव ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली है।
कहा जाता है कि उनका प्रबंधन से लेटरबाजी भी हुई थी और पिछले दिनों पानीपत में हुई मीटिंग में उनकी कुछ मुद्दों पर अपने वरिष्ठों से हाट टॉक हुई थी।. हालांकि आत्महत्या की असल वजह क्या है, इसका पता नहीं चल पाया है।
बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह वह बच्चों को स्कूल छोड़कर घर लौटे थे। उसके बाद सुबह सवा दस बजे घर से निकल गए। वह स्टेशन पहुंचे और जीआरपी थाने के पास ही ट्रेन के सामने कूद गए। आज उनका वीकली आफ भी बताया जा रहा है।
इस मामले को लेकर लोग तरह तरह के कयास लगा रहे हैं। उनके आत्म हत्या करने के पीछे कुछ पारिवारिक तो कुछ ऑफिसियल कारण बता रहे हैं। जितेंद्र के दो छोटे छोटे बच्चे हैं। एक आठ साल और दूसरा नौ साल का ।
जितेंद्र वैसे तो संपादकीय प्रभारी थे लेकिन, उनका पद न्यूज एडिटर का था। छोटी यूनिट होने के कारण रोहतक में न्यूज एडिटर को ही संपादकीय प्रभारी बना दिया जाता है। एक संपादकीय प्रभारी के सुसाइड कर लेने की घटना यह पहली है।
कहा जाता है कि भास्कर प्रबंधन अपने संपादकों और संपादकीय प्रभारियों पर बेवजह भारी दबाव बनाए रखता है और तरह तरह के टास्क देकर उन्हें हर पल तनाव में जीने को मजबूर किए रहता है। जब अच्छी सेलरी और वेज बोर्ड देने की बात आती है तो खराब परफारमेंस का बहाना करके या तो नौकरी से निकाल दिया जाता है या काफी दूर तबादला कर दिया जाता है ताकि थक हार कर खुद ही इंप्लाई इस्तीफा दे दे।
सूत्रों का कहना है कि इन दिनों भास्कर प्रबंधन छंटनी का अभियान चलाए हुए है और काफी लोगों को नौकरी से निकाल रहा है। भास्कर के न्यूज एडिटर के सुसाइड से रोहतक में हड़कंप मचा हुआ है।