“डीएम ने पैसा ट्रांसफर नहीं होने से बीडीओ पर भी नाराजगी दिखाया तो बीडीओ विशाल आनंद ने हर वार यही कहते रहे की सर दो दिन में पैसा ट्रांसफर हो जाएगा। अगर मुखिया ने दो दिन में पैसा ट्रांसफर नहीं किया तो मुखिया पर जल्द ही पंचायत सचिव को एफआईआर का निर्देश दिया जाएगा”
डीएम के सवाल पर पंचायत सचिव ने कहा कि काम करने के लिए आदमी मौजूद है लेकिन मुखिया द्वारा पैसा ट्रांसफर नहीं होने से सात निश्चय के काम में बाधा पहुँच रहा है।
इस पर डीएम ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में सात निश्चय में सरकार की नीति को कोई भी बाधा उत्पन्न करेगा तो उसपर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
सात निश्चय में नाली गली और नाली जल के लिए पैसा वार्ड के खाते पर मुखिया द्वारा पैसा ट्रांसफर नही करने पर मुखिया को नोटिस दे और नोटिस में 48 घंटा में जवाब माँगा जाय। जवाब नहीं देने पर राशि का गवन मानते हुए मुखिया पर पांचायत सचिव एफआईआर करेंगे।
….तो बीडीओ पंचायत सेवक और मुखिया पर करें एफआईआर
वही नल जल में धीमी रफ्तार पर रुखाई और सालेहपुर पंचायत के सचिव पर गुस्सा दिखाते हुए नाराजगी जाहिर किया और कहा कि ‘लोग पानी पीने के लिए इधर उधर भटक रहे है और तुम अपने काम के प्रति लापरवाही दिखा रहे हो’।
इसी क्रम में पंचायत सचिव ने कहा कि मुखिया द्वारा पैसा ट्रांसफर नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी हुए है। इस बात पर नाराजगी दिखाते हुए चंडी बीडीओ को पंचायत सचिव पर एफआईआर करने का निर्देश दिया।
सात निश्चय में नली गली और नल जल को पंचायत वार निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि मुखिया द्वारा वार्ड के खाते पर पैसा ट्रांसफर नहीं होने के कारण सात निश्चय की गति चंडी में धीमी हो गयी है।
जब इसकी जानकारी पंचायत सचिव से लिया तो पंचायत सचिव ने बताया कि मुखिया द्वारा बोला गया जा रहा है कि जब तक मुखिया संघ के अध्यक्ष राजबल्लभ सिंह उर्फ सेठ मुखिया नहीं बोलेंगे, तब तक पैसा वार्ड सदस्य के खाते में पैसा नहीं ट्रांसफर करेगे।
नरसंडा मुखिया पर 48 घंटे के अंदर एफआईआर करने का निर्देश
इस पर डीएम ने बिफरते हुए कहा कि नरसंडा मुखिया पर एक माह पहले ही बीडीओ को एफआईआर करने निर्देश दिया गया था। जो अभी तक एफआईआर नहीं करने के वरीय पदाधिकारी का आदेश का उल्लंघन है। नरसंडा मुखिया पर 48 घंटे के अंदर एफआईआर करने का बीडीओ का निर्देश दिया।
डीएम ने पैसा ट्रांसफर नहीं होने से बीडीओ पर भी नाराजगी दिखाया तो बीडीओ विशाल आनंद ने हर वार यही कहते रहे की सर दो दिन में पैसा ट्रांसफर हो जाएगा। अगर मुखिया ने दो दिन में पैसा ट्रांसफर नहीं किया तो मुखिया पर जल्द ही पंचायत सचिव को एफआईआर का निर्देश दिया जाएगा।
डीएम ने कहा कि सात निश्चय में बिना पैसा ट्रांसफर के ही काम हो गया और अभी तक लेवर को पेमेंट नहीं हुआ है। इस पर बीडीओ को स्पष्टीकरण मांगने निर्देश दिया की जिन लोगो ने काम करवाया है वो लेवर पेमेंट कैसे करेंगे।
वही डीएम ने जिस पंचायत में पुराने मुखिया रह चुके है, उनकी योजनाओं को भी जांच करे। गड़बड़ी पाये जाने पर एफआईआर करने का निर्देश दिया गया। और बीडीओ को जिस पंचायत में ज्यादा पैसा आया है उस पांचायत पर विशेष ध्यान दे।
सात निश्चय के तहत बन रहे नली गली और नल जल में कूल राशि पंचायतवार राशि की जानकारी मांगी गयी तो कुछ पंचायत सचिव राशि बताने में भी असमर्थ दिखे।
इस पर डीएम पंचायत सचिव पर बिफरते हुए कहा कि आपलोग अपना पासबुक रखते है कि नहीं। जिसपर चंडी पंचायत में नया पंचायत सचिव भेजने की बात कही। और पुराने सचिव पर विकास में रुकावट डालने को लेकर एफआईआर करने का बीडीओ को निर्देश दिया।
माधोपुर पंचायत के पंचायत सचिव कौशलेंद्र कुमार को एजी ऑफिस के द्वारा ऑडिट किया गया था,जिसमे भारी गड़बडियां पाई गई थी। जिसे लेकर उस पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
74 लाख 86 हजार का कार्य हो चुका लेकिन…..
डीएम ने समीक्षा के दौरान पाया कि सात निश्चय के तहत चंडी प्रखंड में कुल 74 लाख 86 हजार का एमभी बुक हो चुका है लेकिन, अभी तक एक भी रुपया खर्च नहीं किया गया है। इस लिए सोमवार से डेली का रिपार्ट भी माँगा गया है।
डीएम ने नगरनौसा में भी सात निश्चय के तहत नली गली और नल जल के समीक्षात्मक बैठक की। डीएम ने नगरनौसा में चल रहे योजनाओं से संतुष्ट दिखे।
डीएम ने कहा कि जिस पंचायत में सात निश्चय का काम अच्छा रहा उसे प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। जबकि नगरनौसा प्रखंड के सातों पांचायत में कार्य संतोषजनक पाया गया। वहीं भुतहाखार और काछियावां पांचायत के पंचायत सेवक को कार्य में लापरवाही देखते हुए डीएम ने सस्पेंड करने का निर्देश दिया है। अगर इससे सुधार नहीं होता है यो उस पर विभागीय कार्यवाही की जायेगी।