लापरवाह अधिकारी देते हैं कनेक्शन वापस करने की सलाह
ओरमांझी (मुकेश भारतीय)। इन दिनों ओरमांझी एवं उसके आसपास के ईलाकों में बीएसएनएल की बाइमैक्स इंटरनेट सेवा मजाक बन कर रह गई है। लाख अनुरोध शिकायत के बाबजूद कहीं से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ओरमांझी एक्सेंज का नेट बीटीएस महीनों से ठप्प है। विभाग द्वारा वहां चोरी की घटना को कारण बताया जा रहा है। मेदांता अस्पताल इरबा के पास लगे बीटीएस को कहीं केबुल कट जाने से काम नहीं करने की सूचना है। चिलदाग, अनगड़ा, सिकिदिरी, सिल्ली, सोनाहातु, विकास, बीआईटी आदि जैसे किसी भी क्षेत्र में कहीं भी बाइमैक्स नेट एक्टिविटी के सिंग्नल नहीं मिल रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बीएसएनएल की बाइमैक्स सेवा मासिक फिक्स सेवा है। इसमें 512 केवी की स्पीड की बाबत करीव एक हजार रुपये मासिक पोस्टपेड वसूली जाती है। बाइमैक्स काम करे या न करे, इसके उपभोक्ताओं को प्रति दिन 30 रुपये फिजूल में चला जाता है।
कहते हैं कि जब से रांची बीएसएनएल के नये जीएम आये हैं और विभागीय अधिकारियों की जिस तरह से फेरबदल की है, यह सब उसी की लापरवाही का नतीजा है। बाइमैक्स सेवा के कोई भी अधिकारी किसी शिकायत को गंभीरता से नहीं लेते हैं। उसके इमरजेंसी कंप्लेन नंबर को फैक्स टोन से जोड़ कर छोड़ दिया गया है ताकि उपभोक्ता थक हार कर उस पर संपर्क- शिकायत करना ही छोड़ दे।
इस सेवा को लेकर जब भी किसी वरीय अधिकारी से बात की जाती है तो वे एक दूलरे पर इस तरह से टालते रहते हैं कि पता ही नहीं चलता कि आखिर इस त्रुटि के लिये किसे जिम्मेवार ठहराया जाये। अंततः उपभोक्ताओं को प्रायः अधिकारी यह सलाह भी देने से नहीं चुकते कि अगर सही सेवा नहीं मिल रही है तो कनेक्शन वापस कर दें।