रांची(प्रमुख संवाददाता)। पिछले चार महीनों से झारखंड के सीएम रघुवर दास का सलाहकार रजत सेठी राजधानी रांची से गायब है। किसी ने सेठी का चेहरा तक नहीं देखा है। यहां तक कि सरकार के मंत्री भी इस पर अनभिज्ञता प्रकट करते हैं। मीडिया में भी इसकी कोई चर्चा नहीं है।
कहते हैं कि सेठी इन दिनों हो रहे विधानसभा चुनावों में भाजपा के पक्ष में हवा बनाने में लगे हुए हैं। उन्हें खास कर उत्तर प्रदेश और मणिपुर विधानसभा चुनाव में सोशल मीडिया के जरिये भाजपा की छवि बेहतर करने में लगया गया है। इनके फीडबैक के आधार पर वरिष्ठ नेता आगे काम करते हैं।
रजत सेठी भाजपा नेतृत्व के काफी विश्वस्त माने जाते हैं। वे राष्ट्रीय महासचिव राम माधव के भी करीबी हैं। साल 2015 में उन्हें पहली बार असम विधानसभा चुनाव में लगाया गया था, जिसमें वे सफल रहे थे। उन्हें 2016 में मुख्यमंत्री रघुवर दास का सलाहकार नियुक्त किया गया। राज्य सरकार उन्हें सचिव स्तर का वेतन एवं अन्य सुविधाएं दे रही है।
उन्होंने रघुवर दास सरकार के कामकाज को आम आदमी तक पहुंचाने के लिए भी रणनीति तैयार की है। सोशल मीडिया के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल की उनकी अनुशंसा को धरातल पर उतारने के लिए कैबिनेट ने सूचना जन संपर्क विभाग में नए पदों का सृजन किया है। लेकिन वे कभी किसी खास मौके पर कभी राजधानी रांची में भी नहीं देखे गये।
उल्लेखनीय है कि रजत सेठी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले हैं। वे आइआइटी खडग़पुर से स्नातक हैं। उन्होंने अमेरिका के एमआइटी और हावर्ड कैनेडी विश्वविद्यालय में भी पढ़ाई की है। वे पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा की सफलता के बाद प्रशांत किशोर के साथ चर्चा में आये थे।
हालांकि, बिहार चुनाव के वक्त प्रशांत किशोर ने भाजपा से रिश्ता तोड़ लिया। इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा के करीब होने के कारण उन्होंने 2015 में भाजपा के लिए काम करना शुरू कर दिया।