“करायपरसुराय पुलिस दबिश देने का सिर्फ बहाना बना रही है। पीड़ित परिजन स्थानीय पुलिस पर हत्यारों को संरक्षण देने और उन्हें बचाने का आरोप लगा रहे हैं, वहीं नालंदा एसपी ने इस जघन्य वारदात का जल्द खुलासे का निर्देश दे रखा है।”
करायपरसुराय (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। नालंदा जिले के करायपरसुराय थाना परिसर से 300 मीटर की दूरी पर एक प्रायवेट स्कूल के हॉस्टल में हुई छात्र की हत्या के मामले में दो दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस हत्यारों को दबोचने में नाकाम है।
विद्त हो कि नालन्दा थाना क्षेत्र के मुजफरपुर के ठेला चालक सोनू कुमार के 10 वर्षी पुत्र कन्हैया कुमार करायपरसुराय के पौने छः आना मुहल्ला स्थिति निजी छात्रवास में रहकर पढाई करता था। कन्हैया 3 क्लास का छात्र था।
विगत 17 जून को कन्हौया की हत्या तकिया से मुंह दबाकर हुई थी। घटना से नाराज परिजनों ने शव हिलसा फतुहा मुख्य रखकर सड़क जाम कर दिया था। नाराज परिजनों ने छात्र के हत्यारों को शीघ्र दबोचने की मांग पर अड़े थे।
इस हत्या की वारदात को लेकर को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। हर महीने हो रही घटनाओं से लोग खौफजदा हैं। वहीं पुलिस हाथ पर हाथ रख कर तमाशबीन बनी हुई है।
मृतक के पिता सोनू कुमार ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा की शिनाख्त करने के बावजूद भी आरोपियों को पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार नहीं किया।
पुलिस बदमाशों को बचाने में तो नहीं लगी है। घटना के दिन पूरे पुलिस थाने पर तैनात थी। फिर भी कोई गिरफ्तारी नहीं कर सकी।
इस संबंध में हिलसा डीएसपी मुत्तफिक अहमद ने बताया कि पुलिस हरेक बिंदु पर जांच कर रही है। पोस्मार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है। जल्द खुलासा की जाएगी। पुलिस दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
यह था पूरा मामला
स्कूल के मालिक मुकेश कुमार सिन्हा, प्रिंसिपल शोभा कुमारी व शिक्षक अमरेन्द्र कुमार स्कूल में कुकर्म करते इसे कन्हैया ने देख लिया था। इसी वजह से शनिवार की रात तकिये से उसका मुह दबाकर हत्या कर दी गयी।
मुकेश कुमार सिन्हा ने पुलिस से मिलकर शव को पोस्टमाटर्म के लिए भिजवाया और मृत के पिता को दबाब बनाकर यूडी केस दर्ज करवा लिया। पुलिस ने यूडी केस दर्ज कर संचालक को छोड़ दिया।
यह जनकारी मिलते ही परिजन उग्र हो गए। दर्जनों महिलाओं ने सड़क पर उतर कर चार घंटे सड़क जाम कर दिया। पुलिस को दुवारा मुकदमा दर्ज करने के बाद उग्र महिलाएं शांत हुई।