“दारोगा भर्ती परीक्षा के शारीरिक दक्षता परीक्षा से पहले एक साथ सौ महिला अभ्यर्थियों ने गर्भवती होने का हवाला देते हुए परीक्षा तिथि में बदलाव करने की मांग की है…..”
बिहार पुलिस अवर सेवा चयन आयोग की शारीरिक जांच परीक्षा में दर्जनों अभ्यर्थियों ने गर्भवती होने का हवाला देकर शामिल में असमर्थता जताई है। अभ्यर्थियों ने आयोग में आवेदन देकर 14 से 30 सितंबर के बीच संपन्न होने वाली शारीरिक जांच की तिथि भी आगे बढ़ाने का आग्रह किया है।
आवेदन में महिला अभ्यर्थियों ने दलील दी है कि वह गर्भवती होने के कारण दौड़ सहित अन्य शारीरिक जांच में शामिल होने में असमर्थ हैं।
बता दें कि आयोग द्वारा दारोगा के 1717 पदों के लिए ली गई पीटी में 29359 और मेंस में 10161 अभ्यर्थी सफल हुए थे। इसमें 4 हजार से ज्यादा महिला अभ्यर्थी शामिल हैं।
ऐसे में आयोग ईमेल और एसएमएस के जरिए शारीरिक जांच के लिए प्रवेश पत्र भेजकर 14 से 30 सितंबर के बीच अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग के पटना हाई स्कूल बुलाया है।
उधर, आयोग ने इस मुद्दे पर अभी तक स्पष्ट कोई बयान जारी नहीं किया है। लेकिन आयोग सूत्रों कहना है कि शारीरिक परीक्षा स्थल पर सबका पहुंचना अनिवार्य है। परीक्षा स्थल पर नहीं आने वाले अभ्यर्थियों को अनुपस्थित घोषित कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि दारोगा के 1717 पदों के लिए चार लाख 28 हजार 200 अभ्यर्थी पीटी में शामिल हुए थे। इसमें से 29 हजार 359 अभ्यर्थी पीटी में पास हुए। इसके बाद मेंस 10,161 अभ्यर्थी ही सफल हुए। इनमें चार हजार से अधिक महिलाएं शामिल हैं।
आयोग के अधिकारियों का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को दौड़ाया तो नहीं जा सकता, लेकिन परीक्षा स्थल पर उनकी उपस्थिति अनिवार्य है। वहां मेडिकल की टीम होती है। मेडिकल टीम की सिफारिश के आधार पर आगे का निर्णय होगा।