“टास्क फोर्स टीम में डीएमओ योगेंद्र बड़ाईक, प्रदूषन नियंत्रक रांची के श्रीकांत तिवारी, वन पाल रामबालक प्रसाद व विजली विभाग के जेई कमलेश पिंगले, रंजन करमाली, वीपीन गोस्वामी व पुलिस के जवान शामिल थे।”
रांची (आमोद कुमार)। क्षेत्र में संचालित अवैध क्रशरों पर बुधवार को कानून का डंडा चलाया गया। टास्क फोर्स की टीम ने औचक छापेमारी कर पिस्का स्थित आठ क्रशर व खिराबेड़ा के दो क्रेशर सहित कुल दस क्रेशर पर कार्रवायी करते उन सभी क्रेशरों का शील कर दिया गया है।
पिस्का मंडी के अवैध क्रेशर संचालक हरमु निवासी अमित कुमार, पिता जयनाथ साह, अरूण कुमार, मनीष केजरीवाल, सुरेंद्र कुमार, प्रभात कुमार गौतम, शुशील कुमार सिंह, राजेश कुमार, विकास कुमार, व खिराबेड़ा स्थित केशर संचालक अविनाश सिंह व दीपक कुमार के क्रेशर पर सरकारी राजस्व की चोरी, राष्ट्रीय संपति को नुकशान करने सहित कई मामले सामने आया। इन सभी के खिलाफ थाना में मामला दर्ज कराया गया है।
माईनिंग विभाग के खिलाफ भड़का था गुस्सा….
चार दिन पूर्व ईचादग व ओरमांझी पंचायत के ग्रामीणों ने माईनिंग विभाग के खिलाफ गोलबंद हो तापे व उकरीद स्थित क्रेशर संचालकों को खदेड़ दिया था। एक नये निर्माण हो रहे केशर मे भी तोड़फोड़ किया गया था।
जिसका समाचार एक्सपर्ट मीडिया न्यूज में प्रमुखता से छपा था। जिसके बाद टास्क फोर्स टीम की इस कार्रवाई को उसी घटना के असर के रूप में जोड़ कर देखा जा रहा है।
कुछ दिन बाद चालु हो जायेगा सभी क्रेशर….
सरकार द्वारा अवैध क्रेशरों को बंद कराने व कार्रवाई के लिए बनाये गये उच्च अधिकारियों की टास्क फोर्स टीम जमीनी स्तर पर कभी कार्रवाई के लिए नही आते। छोटे अधिकारी को कार्रवाई के लिए रोज देते हैं।
छोटे अधिकारी व्यापक रूप से कार्रवाई नही करते। या खाव पकाव कर मैनेज कर लेते हैं। यही कारण है कि दर्जनों बार हुई कार्रवाई के वावजूद सभी अवैध क्रेशरों का संचालन जारी रहता है।
हालांकि जिला खनन पदाधिकारी -योगेंद्र बड़ाईक कहते हैं कि छापेमारी में तापे व पिस्का के अधिकांश के्रशर बंद मिले। किसी को भी हाल में अवैध क्रेशर संचालित होने नही दिया जाएगा। क्षेत्र में आगे भी व्यापक पैमाने पर कार्रवाई जारी रहेगी।