“वार्ड सदस्या व सदस्या के पति पैसा ट्रांसफर के लिए मुखिया व पंचायत सेवक के पास कई बार दौर लगा चुका है। लेकिन हर बार ही निराश हाथ लगी। इसकी शिकायत बीडीओ से मौखिक भी किया जा चुका है।”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। मुख्यमंत्री के सात निश्चय के तहत नल जल व नली गली का कार्य वार्ड सदस्य के माध्यम से विकास करने का सपना उनके ही गृह जिला नालंदा में चूर चूर हो रहा है।
वार्ड सदस्या पति लाला मांझी ने दूरभाष के माध्यम से बताया कि करीब तीन दिन पहले दूरभाष पर फोन आया कि नल जल की राशि पाने के लिए पहले 25 हजार रूपया नजराना देना पड़ेगा। उसके बाद तुम्हारे खाता में दो लाख की राशि जमा होगी। अन्यथा डीएम के कहने पर भी तुम्हारे खाते में राशि नहीं जाएगा।
बताते चलें कि डीएम ने दो माह पहले सात निश्चय व शौचालय बनाने को लेकर चंडी प्रखंडके ई किसान भवन में समीक्षा बैठक हुई थी, जिसमे धीमी प्रगति को लेकर पंचायत सेवक को फटकार लगाने के साथ साथ विकास कार्य में अवरुद्ध करने पर एफआईआर करने का भी निर्देश दिया था। उसी समय वार्ड न. 13 में मात्र दो लाख रुपया ट्रांसफर किया गया था।
उसके बाद वार्ड सदस्या व सदस्या के पति ट्रासफर के लिए मुखिया व पंचायत सेवक के पास कई बार दौर लगा चुक है। लेकिन हर बार हो निराश हाथ लगा।
इसकी शिकायत बीडीओ से मौखिक भी किया जा चुका है। लेकिन अब पैसा ट्रांसफर करने के लिए नाजायज राशि की मांग हो रही है। इसके कारण सात निश्चय का काम अवरुद्ध हो चुका है।
मुखिया रेणू देवी के पति अवधेश कुमार का कहना है कि इस मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। यहाँ तक कि कोई वार्ड सदस्य ने भी अब तक ऐसी शिकायत उनसे नहीं की है और न उन्होंने किसी से कोई पैसे की मांग की है। यह सब बदनाम करने की साजिश है। वह पूरे पंचायत में ईमानदारी के साथ काम करा रहा है ।