Home समस्या सामाजिक कुरीतियों के निदान का बेहतर माध्यम है चित्र प्रदर्शनी

सामाजिक कुरीतियों के निदान का बेहतर माध्यम है चित्र प्रदर्शनी

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हिलसा (चन्द्रकांत)। माध्यम चित्र प्रदर्शनी एक ऐसा माध्यम है जिसके आसरे सामाजिक कुरीतियों को एकहद तक रोका जा सकता है। उक्त उद्गार बुधवार को शहर स्थित सूर्य मंदिर तालाब परिसर में आयोजित तीन दिवसीय चित्र प्रदर्शनी के उद्घाटन मौके पर समाजसेवियों ने व्यक्त किया।

मानव समाज सेवा सभा (एमएसएसएस) द्वारा आयोजित प्रदर्शनी की सराहना करते हुए समाजसेवियों ने कहा कि इसके जरिए ग्रामीण कलाकारों को अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का मौका मिलता है। चित्र प्रदर्शनी एक ऐसी व्यवस्था है जिसके जरिए सामाजिक कुरीतियों पर एकहद तक रोका जा सकता है।

प्रदर्शनी में कलाकारों द्वारा बाल विवाह, दहेज प्रथा, नशाखोरी, प्रदूषण, भ्रष्टाचार, अनैतिकता, जनसंख्या वृधि जैसी सामाजिक बुराईयों से संबंधित तस्वीरों की समाजसेवियों ने खूब सराहा।

प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन समाजसेवी आशुतोष कुमार मानव ने किया। इस मौके पर मधुसूदन कुमार, डॉ रवीन्द्र कुमार सिंहा, प्रो लालबिहारी सिंह, वार्ड पार्षद विजय कुमार विजेता, मुकेश कुमार, जितेन्द्र रजक, राकेश जादूगर, गणेश सिंह, दीपक कुमार, सुंदरम श्रेयांस, प्रतिमा वर्मा एवं मृत्युंजय कुमार आदि मौजूद थे।

शराब बनाते पुलिस के हत्थे चढ़ा पिता-पुत्र

अवैध रुप से शराब निर्माण करने में जुटे पिता-पुत्र पुलिस के हत्थे चढ़ गए। थानाध्यक्ष रत्न किशोर झा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को कुर्मियांबिगहा गांव में छापेमारी की गई।

इस दौरान दयानंद बिंद तथा उनके पुत्र जितेन्द्र बिंद अवैध रुप से शराब निर्माण करते पकड़े गए। छापेमारी के दौरान निर्मित पांच लीटर देशी शराब के साथ शराब बनाने की सामग्री और उपकरण को जप्त किया गया।

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