“शराबियों को छोड़ने के आरोप में धनरुआ थानेदार को सस्पेंड किया गया है। इस मामले की जांच जारी है…उपेंद्र शर्मा, एसएसपी, पटना”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। पांच शराबियों को छोड़ने के मामले में धनरुआ थानेदार सुमन कुमार और थाने के चालक योगेंद्र और मुंशी का काम करने वाले एक चौकीदार अमिताभ को को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है।
इस मामले की जांच करने के बाद यह कार्रवाई की गयी। फिलहाल पुनपुन के सर्किल इंस्पेक्टर अंगेश कुमार को धनरुआ थाने की कमान सौंपी गयी है।
दरअसल, बीते मंगलवार को धनरुआ थाने की पुलिस शराब पीकर हंगामा करने के आरोप में छह लोगों को धनरूआ के मोरियावां मुशहरी से पकड़कर लायी थी। इनमें धनरूआ रोहित कुमार (मनकीपर), सुशील कुमार, आनंद कुमार, सीताराम साव (मोरियावां), जितेन्द्र कुमार (कादिरगंज दौलता ) सहित एक अन्य शामिल थे।
एक नशे में नहीं मिला, जबकि पांच के शराब पीने की पुष्टि हुई। आरोपों के मुताबिक पांचों नशेड़ियों को थाने से छोड़ दिया गया। इस बीच किसी ने पुलिस के वरीय अधिकारियों को इस बात की खबर कर दी।
फौरन जांच की गयी तो पता चला कि पांच शराबी पकड़े गये थे। आला अफसर थाने पर पहुंचे। पकड़े गये शराबियों का नाम-पता पुलिस ने पहले ही लिख रखा था। लिहाजा स्थानीय लोगों की मदद से सभी को दोबारा पकड़ लिया गया। बुधवार को उन्हें जेल भेज दिया गया।
इस मामले की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी पूर्वी जितेंद्र कुमार थाना पहुंचे और जांच की। सभी आरोपितों से अलग-अलग पूछताछ की गयी। आला अफसरों ने उनसे सवाल किया कि आखिर थाना पहुंचने और शराब पीने की पुष्टि होने के बाद वे कैसे छूट गये।
आरोपितों का जवाब पुलिस के पक्ष में नहीं था। लिहाजा थानेदार समेत तीनों पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया। इसके बाद यह कार्रवाई की गई।
कहा जाता है कि शराबियों में एक स्थानीय मुखिया का भतीजा भी शामिल था। उसी के इशारे और लालच पर थाने के चालक और मुंशी ने खेल कर दिया।
चालक योगेंद्र ने मुंशी का काम करने वाले चौकीदार अमिताभ को पांचों शराबियों को छोड़ देने का इशारा किया। फिर शराबी छूट गये।
सवाल यह है कि मामूली चालक के कहने पर मुंशी ने इतना बड़ा कदम कैसे उठाया। थाने में सीसीटीवी कैमरे लगे होने के कारण शराबियों को हाजत में न रख चौकीदार के कमरे में रखा गया था।